India in Commonwealth Games: कॉमनवेल्थ गेम्स (Commonwealth Games) के अब तक के इतिहास में भारत (India) के लिए साल 2010 का इवेंट सर्वश्रेष्ठ रहा था. 12 साल पहले नई दिल्ली में हुए इन गेम्स में पहली बार भारत ने 100 से ज्यादा मेडल हासिल किए थे. उस साल पदक तालिका में भी भारतीय दल ऑस्ट्रेलिया के बाद दूसरे स्थान पर रहा था.
कॉमनवेल्थ गेम्स 2010 में भारत ने कुल 101 पदक जीते थे. इनमें 38 गोल्ड, 27 सिल्वर और 36 ब्रॉन्ज मेडल थे. उस साल कॉमनवेल्थ गेम्स के कई स्पोर्ट्स इवेंट ऐसे थे जिनमें भारतीय खिलाड़ियों ने इतिहास कायम किया था. जिमनास्ट में आशीष कुमार ने यहां सिल्वर और ब्रॉन्ज जीता था. यह पहली बार था जब कॉमनवेल्थ के इस इवेंट में भारत को पदक हासिल हुआ था.
उस साल ट्रैक एंड फील्ड में भी भारत को 52 साल बाद गोल्ड हिस्से आया था. मिल्खा सिंह के 1958 कार्डिफ गेम्स में गोल्ड जीतने के बाद 2010 में कृष्णा पुनिया ने महिलाओं के डिस्क थ्रो इवेंट में गोल्ड जीता था. इस डिस्क थ्रो इवेंट में सिल्वर और ब्रॉन्ज भी भारत के हाथ लगा था. यह पहली बार था जब कॉमनवेल्थ गेम्स के किसी इवेंट में भारत ने तीनों मेडल अपने नाम किए थे.
कॉमनवेल्थ गेम्स 2010 में भारत को अकेले शूटिंग इवेंट में ही 30 मेडल हासिल हुए थे. इसमें 14 गोल्ड मेडल थे. कुश्ती में भी भारतीय पहलवानों ने धमाल मचा दिया था. 21 में से 19 भारतीय रेसलर्स ने मेडल जीते थे, इनमें भी 10 गोल्ड मेडल हाथ लगे थे. इस साल हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में पुरुषों ने कुल 64 और महिलाओं ने कुल 36 मेडल भारत की झोली में डाले थे.
इसी साल गीता फोगाट ने भी इतिहास रचा था. वह इन खेलों में कुश्ती का गोल्ड जीतने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बनी थीं. गीता की बहन बबीता फोगाट ने भी इस साल 51 किग्रा भारवर्ग में सिल्वर जीता था. टेबल टेनिस में शरद कमल ने पुरुषों के डबल्स में गोल्ड और पुरुषों के टीम इवेंट में सिल्वर जीतकर अपने 2006 के प्रदर्शन को दोहरा दिया था.
कॉमनवेल्थ गेम्स 2010 (Commonwealth Games 2010) के आखिरी दिन भारतीय बैडमिंटन स्टार साइना नेहवाल ने महिलाओं के सिंगल इवेंट में गोल्ड जीता था. इसी गोल्ड ने भारत को कॉमनवेल्थ गेम्स की पदक तालिका में पहली बार दूसरे स्थान पर पहुंचा दिया था. इस गोल्ड के सहारे भी भारत ने इंग्लैंड (37 गोल्ड) को पछाड़कर दूसरा स्थान हासिल किया था.
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