चेन्नई: पांचवें और अंतिम टेस्ट में इंग्लैंड को पारी और 75 रन से हराने के बाद टीम इंडिया के टेस्ट कप्तान विराट कोहली ने कहा कि यह जीत कड़ी मेहनत और टीम भावना से मिली है.
कोहली ने मैच के बाद कहा, ‘‘हमने सीरीज पहले ही 3-0 से जीत ली थी और उसके बाद इस तरह का प्रदर्शन करना. यह टीम के जज्बे का सबूत है. हमने किस तरह से बल्लेबाजी और गेंदबाजी की यह उसका सबूत है. हम चाहते हैं कि युवा खिलाड़ी आगे बढ़कर अपनी भूमिका निभाये जैसे कि लोकेश राहुल और करूण नायर और इन दोनों ने हमें उस स्थिति में पहुंचा दिया जहां केवल एक टीम जीत सकती थी. ’’
उन्होंने कहा, ‘‘यह अजीब स्थिति थी. इंग्लैंड ने पहले 477 रन बनाये और फिर 282 रन से पिछड़ गया. हम जानते थे कि यदि हम दो तीन विकेट निकाल लेते हैं तो उनकी टीम जल्दी बिखर सकती है. रविंद्र जडेजा ने अपना काम बखूबी किया और सात विकेट लिये. उसे इस तरह से गेंदबाजी करते हुए देखने में वास्तव में मजा आ गया. ’’
कोहली वर्तमान सीरीज के पांच में से चार टेस्ट मैचों में टॉस गंवा बैठे थे लेकिन तब भी उन्होंने चार मैचों में बड़ी जीत दर्ज की. उन्होंने कहा, ‘‘हमें अपने प्रदर्शन पर गर्व है. टॉस और पिच की परिस्थितियां अनुकूल नहीं थी. हमने इंग्लैंड की पहली पारी में 400 से अधिक रन दिये लेकिन फिर भी पारी के अंतर से जीत दर्ज करने में सफल रहे. ऐसा अक्सर नहीं होता है. ’’
कोहली ने कहा, ‘‘हम दिन प्रतिदिन कड़ी मेहनत करते रहे हैं और हमने इसकी परवाह नहीं की कि बाहर क्या हो रहा है. ड्रेसिंग रूम में खिलाड़ी एक दूसरे का बहुत सम्मान करते हैं. यही वजह है कि अब हम अधिक मैचों में जीत की स्थिति में पहुंच रहे हैं. ’’
सीरीज में 655 रन बनाकर मैन ऑफ द सीरीज बने कोहली ने कहा, ‘‘निचले क्रम के बल्लेबाजों ने भी अमूल्य योगदान दिया. हर बार जबकि हम दबाव में थे तब उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया. ’’
तेज गेंदबाजों के बारे में भारतीय कप्तान ने कहा, ‘‘हमें अपने तेज गेंदबाजों पर गर्व है. उन्होंने निरंतर अच्छा प्रदर्शन किया. उन्होंने इंग्लैंड के तेज गेंदबाजों की तुलना में बेहतर प्रदर्शन किया और मेरा सिर गर्व से उंचा रखा. ’’
इंग्लैंड के कप्तान एलिस्टेयर कुक ने स्वीकार किया कि भारत की टीम सीरीज में उनसे बहुत बेहतर थी और उनकी टीम बुरी तरह पराजित हुई. उन्होंने कहा, ‘‘कोई बहाना नहीं. भारत बेहतर टीम थी और वह जीत की हकदार थी. यह पांचवें दिन के लिये बहुत अच्छा विकेट था. लंच तक हम अच्छी स्थिति में थे लेकिन यह मैच बचाने के लिये पर्याप्त नहीं था. हमने कई बहुत अच्छे मौके गंवाये और भारत ने हमें इसका मजा चखाया. उनकी लय को रोकना मुश्किल था.’’
कुक ने कहा, ‘‘विराट को श्रेय जाता है. उन्होंने हमें खेल के हर विभाग में हराया. एक पेशेवर के तौर पर यह कहना मुश्किल है लेकिन वे हमसे बेहतर थे. ’’
उन्होंने कहा, ‘‘इस सीरीज के दौरान हमने कई मौके गंवाये और कई कैच छोड़े जिनका हमने खामियाजा भुगता. हम पर्याप्त रन नहीं बना पाये और ज्यादा विकेट नहीं ले सके. हमने अपनी तरफ से प्रयास किये लेकिन वे पर्याप्त नहीं थे. दोनों टीमों के लिये परिस्थितियां एक जैसी थी लेकिन वे लय में थे. ’’
करूण नायर ने भारतीय पारी में नाबाद 303 रन बनाये और उन्हें मैन ऑफ द मैच चुना गया. उन्होंने कहा, ‘‘जब आप मैच जीतने में योगदान देते हो तो बहुत अच्छा लगता है. पूरी टीम को श्रेय जाता है. ’’ नायर से पूछा गया कि क्या उनके तिहरे शतक के बाद भारतीय ड्रेसिंग रूम में जश्न मनाया गया, उन्होंने कहा, ‘‘मुझे जितने भी संदेश मिले थे मैंने उन सभी को पढ़ा. सभी मुझे बधाई दे रहे थे लेकिन हमारी निगाह मैच जीतने पर थी. मैंने इस मैच से काफी कुछ सीखा. मैं अपने खेल पर कड़ी मेहनत कर रहा हूं. ’’