क्रिकेट जगत के दिग्गज और इंडिया ए के कोच राहुल द्रविड़ मानना है कि न्यूज़ीलैंड में हालात ऑस्ट्रेलिया जैसे नहीं होंगे लेकिन जूनियर टीम में शामिल सीनियर खिलाड़ियों को ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए इससे फायदा होगा.


भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने ऑस्ट्रेलिया दौरे से पहले कम वक्त के चलते टेस्ट टीम के उप-कप्तान अजिंक्ये रहाणे, रोहित शर्मा, मुरली विजय, पृथ्वी शॉ, पार्थिव पटेल और हनुमा विहारी को इंडिया ए के न्यूज़ीलैंड दौरे पर भेजा है. जहां पर ये सभी खिलाड़ी ऑस्ट्रेलिया के पड़ोसी मुल्क में खेलेंगे और भारतीय दिग्गज के अंडर अपने खेल में सुधार भी करेंगे.


आपको बता दें कि टीम इंडिया के ये सभी छह खिलाड़ी ऑस्ट्रेलिया में 6 दिसंबर से शुरू हो रही चार टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए इसके बाद सीनियर टीम से जुड़ जाएंगे.


द्रविड़ ने बीसीसीआई टीवी से बात करते हुए कहा, 'मेरी नज़र में ये कुछ खिलाड़ियों के लिए काफी अच्छा मौका है, जिन्हें टीम प्रबंधन ने इंडिया ए दौरे पर शामिल करने का आग्रह किया है.'


हालांकि द्रविड़ ने ये भी साफ कर दिया कि न्यूज़ीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के हालात बिल्कुल अलग होंगे. उन्होंने कहा, 'ऑस्ट्रेलिया में हालात भले ही सामान नहीं होंगे लेकिन इसके बाद भी इन खिलाड़ियों को मैच के अनुभव से फायदा होगा. ए टीम में शामिल किए गए खिलाड़ियों के लिए ऑस्ट्रेलिया में मैच से पहले ये काफी अच्छा मौका है. खासकर अंतराष्ट्रीय स्तर पर खेलने वाले खिलाड़ियों के लिए.'


इसके साथ ही मैचों की बढ़ी संख्या का ज़िक्र करते हुए द्रविड़ ने कहा, 'हम आजकल देख रहे हैं कि जितना क्रिकेट खेला जा रहा है उसकी वजह से खिलाड़ियों को अभ्यास के लिए ज्यादा मौके नहीं मिलते और प्रेक्टिस मैच भी कम होते हैं.'


इसके साथ ही द्रविड़ ने कहा कि इससे जूनियर टीम के खिलाड़ियों को भी फायदा होगा और वो सीनियर्स के साथ ड्रैसिंग रूम शेयर कर नई चीज़ें सीखेंगे. उन्होंने कहा कि न्यूजीलैंड के दौरे के दौरान उनका ध्यान लाल गेंद के क्रिकेट पर रहेगा.