आसानी से सुलझ जाएगा 'हितों का टकराव': कुंबले
नव नियुक्त कोच अनिल कुंबले ने आज कहा कि हितों के टकराव के मसले पर बीसीसीआई के साथ चर्चा हुई थी और भारतीय क्रिकेट टीम में आधिकारिक तौर पर पद संभालने से पहले इसे सुलझा दिया जाएगा.
बेंगलुरू: नव नियुक्त कोच अनिल कुंबले ने आज कहा कि हितों के टकराव के मसले पर बीसीसीआई के साथ चर्चा हुई थी और भारतीय क्रिकेट टीम में आधिकारिक तौर पर पद संभालने से पहले इसे सुलझा दिया जाएगा. पूर्व कप्तान कुंबले को आज भारतीय टीम का कोच नियुक्त किया गया. कुंबले खेल और परामर्शदात्री कंपनी टेनविच से जुड़े हैं जिससे उनके हितों के टकराव की बात सामने आयी है.
कुंबले से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘‘हम(बीसीसीआई और कुंबले) पहले ही इस पर चर्चा कर चुके हैं. मेरे पद संभालने से पहले जो कुछ भी जरूरी होगा वह किया जाएगा. इस पर चर्चा हुई थी और बीसीसीआई के साथ भी इस बारे में स्पष्ट किया गया है. यह ऐसा है जिसे आसानी से सुलझाया जा सकता है.’’
इस दिग्गज स्पिनर ने अपने आवास के बाहर मीडिया से बातचीत में लगातार यह सवाल पूछे जाने पर भी नाखुशी जतायी. उन्होंने इसकी तुलना उस नाम से की जो तब मीडिया ने उन्हें दिया था जब वह खेलते थे.
कुंबले ने कहा, ‘‘जब भी मेरा जिक्र होता है तो यह टकराव वाला शब्द मेरे नाम से जोड़ दिया जाता है. मैं 18 साल तक देश के लिये खेला हूं. जब मैं खेलता था तो मुझे राधाकृष्णन के रूप में बीच का नाम दिया गया. मुझे नहीं पता कि यह नाम कहां से आया. जब मैंने संन्यास लिया तो ‘टकराव’ मेरा बीच का नाम बन गया. मैंने बीसीसीआई से बात की है. जो भी जरूरी होगा हम करेंगे. ’’
बीसीसीआई ने भी इस पर इसी तरह की नाखुशी व्यक्त की. बोर्ड सचिव अजय शिर्के ने कहा,‘‘हितों का टकराव फैशनेबल शब्द बन गया है. फैसला लेने से पहले इस पर गौर कर लिया गया था.’’