पूर्व क्रिकेटर से राजनेता बने इमरान खान ने पाकिस्तान के नए वज़ीर-ए-आज़म के तौर पर शपथ ले ली है. पाकिस्तान के लिए इस खास मौके पर इमरान खान ने भारत से भी अपने तीन पुराने दोस्तों को आमंत्रित किया था.

इनमें विश्व विजेता कप्तान कपिल देव, लिटिल मास्टर सुनील गावस्कर और पूर्व दिग्गज नवजोत सिंह सिद्धू मौजूद थे. लेकिन इन तीनों दिग्गज़ों में से सिर्फ सिद्धू ही इस शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए पहुंचे हैं. लेकिन उनके पहुंचने पर अब एक विवाद भी खड़ा हो गया है. शपथ ग्रहण समारोह के मौके पर नवजोत सिंह सिद्धू को पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के राष्ट्रपति मसूद खान के पास बिठाया गया. जिसपर कुछ राजनीतिज्ञ सवाल उठा रहे हैं.

पूर्व राजनयिक विवेक काटजू ने कहा, 'होस्ट की हैसियत से पाकिस्तान को ऐसा नहीं करना चाहिए था, उसे अपने मेहमान को ऐसी स्थिती में नहीं डालना चाहिए थे. जिससे वो कांट्रॉवर्सी को जन्म मिले. पता नहीं सिद्धू को ये मालूम था या नहीं लेकिन पाकिस्तान को ऐसा नहीं करना चाहिए था.'

इस पूरे मामले में अब टीम इंडिया के पूर्व कप्तान और शपथ ग्रहण समारोह में नहीं पहुंचे लिजेंड कपिल देव ने कहा है कि इन सभी बातों को पीछे छोड़कर आगे की तरफ पॉज़ीटिव चीज़ो को देखना चाहिए.

कपिल ने कहा, ''ये देखने में थोड़ा आश्चर्य लगा लेकिन मैं इस मुद्दे को पीछे लेकर जाना चाहता हूं और बड़े मुद्दे पर आना चाहता हूं. इमरान खान ने शपथ ली हमें इस पर चर्चा करनी चाहिए. हम नकारात्मक चीज़ें छोड़ेंगे तभी सकारात्मक चीज़ों की तरफ बढ़ेंगे.''

इसके साथ ही विश्व विजेता कप्तान ने ये भी कहा कि ''हां कुछ लोग हैं वो नकारात्मक बात करेंगे लेकिन मैं सकारात्मक बात करना चाहूंगा और यही कहूंगा कि इमरान खान आए हैं और शायद उन्हें भी ये पता नहीं होगा कि ये जो प्रोटोकॉल है किस तरह होता है, लेकिन इसमें समय लगेगा क्योंकि ये सोच एक रात में नहीं बदलती. इसमें समय लगेगा. उस समय का हमें भी इंतज़ार करना चाहिए. मैं तो यहीं सोचूंगा कि ये बेहतरी के लिए पाकिस्तान बन रहा है.''

आपको बता दें कि इससे पहले आज ही शपथ ग्रहण समारोह के दौरान नवजोत सिंह सिद्धू पाकिस्तानी सेना के प्रमुख कमर जावेद बाजवा से गर्मजोशी के साथ गले भी मिले थे.