टीम इंडिया के क्रिकेट फैंस ने एक सपना सजाया था कि भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे वनडे में जीत के साथ एमएस धोनी को रांची के मैदान से विदाई देगी. धोनी की यादगार विदाई तो इस मैदान पर नहीं हो पाई लेकिन टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने धोनी के इस यादगार मैच में एक बार फिर कमाल का शतक जड़ दिया.


भले ही भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इस मैच में 32 रनों से हार मिली हो लेकिन फिर भी विराट की इस पारी की हर तारीफ है. टीम इंडिया सहायक कोच संजय बांगर ने भी कहा है कि लगातार अच्छे प्रदर्शन की चाह में कप्तान विराट कोहली ने अपने खेल का स्तर इतना ऊंचा उठा लिया है कि कई बार उनके साथी खिलाड़ियों का उम्दा प्रदर्शन भी खास नहीं लगता.


कोहली ने आस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे वनडे में एक और शतक जमाते हुए 95 गेंद में 123 रन बनाये लेकिन भारतीय टीम 32 रन से हार गई.


कोहली इस श्रृंखला में दो शतक और एक 40 से अधिक का स्कोर बना चुके हैं.


बांगड़ ने कहा,‘‘ऐसा नहीं है कि हम एक ही खिलाड़ी पर निर्भर हैं लेकिन विराट ने अपने खेल का स्तर इतना ऊंचा उठा लिया है कि कई बार दूसरों का अच्छा प्रदर्शन भी खास नहीं लगता.’’


यह पूछने पर कि कोहली को क्या बात खास बनाती है, बांगड़ ने कहा कि वह लगातार अच्छा प्रदर्शन करने की कोशिश में रहता है.


उन्होंने कहा,‘‘वह अपने प्रदर्शन में लगातार सुधार की कोशिश में रहता है और नियमित तौर पर ऐसा करता है. यही वजह है कि उसके खेल का स्तर इतना ऊंचा है.’’


बड़े लक्ष्य का पीछा करते हुए कोहली का प्रदर्शन बेहतरीन रहा है. बांगड़ ने कहा,‘‘जब वह बल्लेबाजी कर रहा था तो लग रहा था कि हम लक्ष्य हासिल कर लेंगे. टास जीतकर क्षेत्ररक्षण भी इसलिये चुना कि ओस का पहलू दिमाग में था.’’


उन्होंने कहा,‘‘मैदानकर्मियों ने ऐसा कहा था क्योंकि कल बहुत ओस थी लेकिन इस मैच में ऐसा नहीं था. लक्ष्य हासिल करना मुश्किल हो रहा था. विराट कुछ देर और रहता तो हम दबाव में नहीं आते.’’