नई दिल्ली: हाल ही में वर्ल्ड इलेवन टीम में चुने गए टीम इंडिया के तेज़ गेंदबाज़ मोहम्मद शमी के लिए पिछले तीन महीने मुश्किल भरे रहे हैं. पत्नी हसीन जहां के लगाए गए गंभीर आरोपों के बाद से मोहम्मद शमी क्रिकेट और परिवार के बीच फंसे हुए हैं.


इस बीच उन्हें बीसीसीआई की तरफ से आईपीएल सीज़न 11 में खेलने के लिए क्लीनचिट तो मिली लेकिन वो उसका फायदा नहीं उठा सके. आईपीएल में खेले गए मैचों में उन पर दबाव भी साफ देखा गया. पत्नी के गंभीर आरोपों के बाद भी शमी को आईपीएल सीज़न 11 में दिल्ली डेयरडेविल्स की टीम ने राइट टू मैच के अधिकार के साथ 3 करोड़ में खरीद लिया. लेकिन दिल्ली डेयरडेविल्स की खराब किस्मत के साथ-साथ मोहम्मद शमी की किस्मत भी रूठी हुई नज़र आई.


आईपीएल 2018 में मोहम्मद शमी:
गौतम गंभीर की कप्तानी में दिल्ली डेयरडेविल्स की टीम ने मोहम्मद शमी को सीज़न शुरूआती चारों मैचों में उन्हें प्लेइंग इलेवन में शामिल किया. लेकिन टीम इंडिया का ये स्टार पेसर इस दौरान अपनी बेहतरीन फॉर्म से बिल्कुल बाहर नज़र आया. 







शमी ने पहले मैच में पंजाब के खिलाफ 26 रन दिए और एक भी विकेट हासिल नहीं किया. जयपुर में खेले गए दूसरे मैच में राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ उन्होंने 29 रन लुटाकर एक विकेट चटकाया. तीसरे मैच में मुंबई के खिलाफ भी गंभीर ने शमी पर भरोसा जताया. लेकिन वो इस मैच में भी मैच जिताऊ प्रदर्शन नहीं कर सके और 36 रन लुटाकर एक विकेट चटकाने में कामयाब रहे. वहीं केकेआर के खिलाफ लीग के अंतिम और चौथे मैच में तो उन्होंने 53 रन लुटा दिए. जिसके बाद शमी को पूरे टूर्नामेंट में एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिला.


शमी के लिहाज़ से ये सीज़न इतना खराब रहा कि इस सीज़न महज़ 3 विकेट ही चटका सके जो कि उनके पिछले चार आईपीएल सीज़न में सबसे कम है.


शमी और हसीन जहां का विवाद:
ये पूरा विवाद 6 मार्च को शुरू हुआ, जब मोहम्मद शमी की पत्नी हसीन जहां ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर शमी के लड़कियों के साथ वट्सऐप चैट और तस्वीरें सार्वजनिक कर दीं थी. हसीन ने शमी पर गैर-महिलाओं के साथ रिश्तें रखने के गंभीर आरोप लगाए. इसके बाद उन्होंने शमी पर पाकिस्तानी महिला के साथ मिलकर मैच-फिक्सिंग के भी गंभीर आरोप लगाए थे. जिस मामले में बाद में बीसीसीआई ने शमी को क्लीनचिट दे दी थी.


शमी और उनकी पत्नी हसीन के बीच ये विवाद इतना बढ़ गया था कि हसीन जहां ने कोलकाता के लाल बाज़ार थाने में शमी और उनके परिवार वालों के खिलाफ एफआईआर तक दर्ज करवा दी थी. इस मामले में शमी के खिलाफ आईपीसी की 7 गंभीर धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज है.