कोरोना संकट के बाद क्रिकेटरों को बदलनी होंगी ये आदतें, इन बातों का रखना होगा खयाल, ICC ने जारी किए दिशा-निर्देश
कोरोना संकट के बाद जब क्रिकेट शुरू होगा, तो पहले जैसा नज़ारा नहीं रहेगा. इसके लिए आईसीसी ने खिलाड़ियों, टीम मैनेजमेंट से लेकर अंपायरों तक के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं.
नई दिल्ली: कोरोना वायरस महामारी के चलते पूरी दुनिया में हर तरह के खेलों पर रोक लग गई है. यही वजह है कि पिछले कुछ महीनों से दुनिया में किसी तरह का क्रिकेट भी नहीं हुआ है. हालांकि अब अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) धीरे धीरे क्रिकेट शुरू करने की कवायद कर रहा है. इसी सिलसिले में आईसीसी ने आज अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की बहाली के लिये कुछ ज़रूरी दिशा-निर्देश जारी किए हैं.
कोरोना संकट के बाद जब क्रिकेट शुरू होगा, तो पहले जैसा नज़ारा नहीं रहेगा. इसके लिए आईसीसी ने खिलाड़ियों, टीम मैनेजमेंट से लेकर अंपायरों तक के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं. खेल जब भी शुरू होगा, तो क्रिकेटरों को अपनी कुछ आम आदतों को बदलना पड़ेगा, जैसे उन्हें ट्रेनिंग के दौरान शौचालय जाने और मैदानी अंपायरों को अपनी कैप या सनग्लास सौंपने की इजाज़त नहीं होगी, जबकि कोरोना संकट से पहले ये आम बात थी.
इसके अलावा आईसीसी के दिशा-निर्देशों में ये भी है कि टीम मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) या जैव सुरक्षा अधिकारी की नियुक्ति पर विचार करे. साथ ही खिलाड़ियों को किसी दौरे से पहले 14 दिनों तक के अलग थलग ट्रेनिंग कैंप में रखने की भी बात कही गई है. यही नहीं टीम बस में पीपीई किट भी रखना अनिवार्य होगा.
क्या हैं आईसीसी के दिशा-निर्देश
अपने दिशानिर्देशों में आईसीसी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी या जैव सुरक्षा अधिकारी की नियुक्ति करने की सिफारिश की है, जो कि अभ्यास पर लौटने वाले खिलाड़ियों के लिये संबंधित सरकारी दिशानिर्देशों को सुनिश्चित करेगा.
मैच से पहले अलग थलग ट्रेनिंग कैंप का आयोजन करने की भी सिफारिश की है, जिसमें टेम्प्रेचर की जांच और यात्रा पर जाने से कम से कम 14 दिन पहले कोरोना वायरस का टेस्ट शामिल है.
इसके अलावा हर टीम को मुख्य चिकित्सा अधिकारी या जैव सुरक्षा अधिकारी की नियुक्ति पर विचार करने को कहा गया है, जो सरकारी दिशा-निर्देशों और ट्रेनिंग और प्रतियोगिता की बहाली के लिये जैव सुरक्षा योजना लागू करने के लिये जिम्मेदार होगा.
आईसीसी ने खिलाड़ियों के बीच हमेशा डेढ़ मीटर (या जो भी संबंधित सरकारों ने तय किया हो) की दूरी बनाये रखने और निजी सामान की लगातार सफाई की सिफारिश की है.
इनमें कहा गया है खिलाड़ियों को कैप, तौलिया, जंपर्स आदि को ओवरों के बीच में अंपायरों को नहीं सौंपना चाहिए. इसके साथ ही अंपायरों को भी गेंद अपने पास रखते समय दस्तानों का उपयोग करना पड़ सकता है.
आईसीसी ने कहा कि वो केवल व्यावहारिक सुझावों का खाका उपलब्ध कराना चाहता कि महामारी कम होने के बाद सदस्य देश कैसे क्रिकेट शुरू कर सकते हैं. आईसीसी ने अपने सदस्यों से क्रिकेट गतिविधियों की वापसी के लिये संबंधित सरकारों से मिलकर काम करने को भी कहा. उसने संबंधित बोर्ड को क्रिकेटरों को सुरक्षित कार्यस्थल उपलब्ध कराने के लिये कहा है.