भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के साथ लंबी सीरीज़ के लिए ऑस्ट्रेलिया पहुंच गई है. 21 तारीख से सीरीज़ का आरंभ होने जा रहा है, इस बार सभी को ऐसी उम्मीद है कि टीम इंडिया, कंगारुओं को उनके घर में मात देकर आ सकते हैं. क्योंकि जहां एक तरफ टीम इंडिया मौजूदा वक्त मजबूत टीमों में से एक हैं. वहीं ऑस्ट्रेलियाई टीम अपने सीनियर खिलाड़ियों के बैन होने की वजह से मुश्किल वक्त से गुज़र रही है.


लगातार मिल रही हार के बाद ऑस्ट्रेलिया में से ही ऐसी आवाज़ें उठने लगी हैं कि बॉल टेम्परिंग विवाद की वजह से बैन झेल रहे स्मिथ, वॉर्नर और बैनक्रॉफ्ट पर लगा प्रतिबंध कम किया जाए.


भारत के खिलाफ घरेलू श्रृंखला से पहले ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट के अधिकारी गेंद से छेड़छाड़ मामले में प्रतिबंध झेल रहे पूर्व कप्तान स्टीव स्मिथ और डेविड वार्नर पर लगे प्रतिबंध को कम करने के लिए अंतिम बार विचार-विमर्श करने की तैयारी कर रहे हैं.


दक्षिण अफ्रीका में गेंद से छेड़छाड़ प्रकरण में भूमिका के बाद क्रिकेट आस्ट्रेलिया ने इस साल मार्च में तत्कालीन कप्तान स्मिथ और उप कप्तान वार्नर को एक साल के लिए अंतरराष्ट्रीय और राज्य क्रिकेट से प्रतिबंधित किया था जबकि कैमरून बेनक्राफ्ट को यह सजा नौ महीने के लिए दी गयी थी.


फेयरफैक्स मीडिया के मुताबिक क्रिकेट बोर्ड (सीए) आने वाले सप्ताह के शुरूआत में स्मिथ, वार्नर और बैनक्रॉफ्ट की सजा को कम करने के मुद्दे पर बैठक बुलायेगा.


सीए ने यह फैसला ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट संघ (एसीए) की खिलाड़ियों की सजा कम करने की मांग पर किया है.


एसीए ने कहा था कि दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ केप टाउन टेस्ट में हुई घटना के लिए सिर्फ खिलाड़ी नहीं बल्कि क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया की संस्कृति और कार्यप्रणाली भी जिम्मेदार है.


स्मिथ और वार्नर ने अपने प्रतिबंध के आठ महीने पूरे कर लिये है जबकि बेनक्राफ्ट का प्रतिबंध दिसंबर में पूरा हो जाएगा.