सिडनी: माइकल क्लार्क के बाद ऑस्ट्रेलियाई धाकड़ बल्लेबाज एडम गिलक्रिस्ट का बॉल टेंपरिंग को लेकर बयान सामने आया है, जिसके बाद एक बार फिर ये विवाद चर्चा में है. ऑस्ट्रेलिया के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज एडम गिलक्रिस्ट का कहना है कि क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) को 2018 में हुए गेंद से छेड़छाड़ मामले की पूरी जांच करनी चाहिए थी. गिलक्रिस्ट ने कहा कि अगर सीए इसकी अच्छे से जांच कराता तो इसको लेकर अभी सवाल नहीं खड़े किए जाते.


गिलक्रिस्ट ने कहा, "मेरे ख्याल से इसको लेकर जो लगातार सवाल उठ रहे हैं उसके लिए सीए जिम्मेदार है. जब उन्होंने इस मामले की जांच की थी तो पैटी हॉवर्ड हाई परफॉरमेंस जनरल मैनेजर और इयान रॉय इंटिग्रिटी अधिकारी थे." उन्होंने कहा, "ये दोनों वहां गए और जल्दी से फैसला सुना दिया जिस बारे में किसी को टीम में पता नहीं था."


सोमवार को ही ऑस्ट्रेलिया के पूर्व खिलाड़ी माइकल क्लार्क ने कहा कि उन्हें कैमरून बैनक्रॉफ्ट की इस बात से हैरानी नहीं हुई कि इस मामले को लेकर गेंदबाजों को सब पता था. बैनक्रॉफ्ट स्टीव स्मिथ और डेविड वॉर्नर के बाद ऐसे तीसरे खिलाड़ी थे जिन्हें इस मामले में शामिल होने के लेकर प्रतिबंध झेलना पड़ा था.


गिलक्रिस्ट ने कहा, "मुझे नहीं लगता कि सीए वहां जाना चाहती थी. वह लोग इस मामले की जड़ तक जाना ही नहीं चाहते थे." उन्होंने कहा, "सीए ने अच्छे से जांच ही नहीं की. वैश्विक क्रिकेट में कई लोगों ने इस बात को स्वीकार किया था कि कई टीमें ऐसा करती हैं."


2018 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीसरे टेस्ट के खिलाफ बैनक्रॉफ्ट को गेंद पर सैंडपेपर का इस्तेमाल करते पकड़ा गया था. इस मामले की सीए ने जांच की थी जिसके बाद स्मिथ, वॉर्नर और बैनक्रॉफ्ट पर प्रतिबंध लगाया गया था. स्मिथ को तुरंत कप्तानी पद से भी हटा दिया गया था.