बॉल टेम्परिंग विवाद में स्टीव स्मिथ,डेविड वार्नर और कैमरून बेनक्राफ्ट पर लगे बैन पर ऑस्ट्रेलिया के पूर्व दिग्गज लेग स्पिनर शेन वार्न ने सवाल उठा दिए हैं. दिग्गज लेग स्पिनर के मुताबिक ये बैन 'अपराध की तुलना में अधिक कड़ा दंड है'.
आपको बता दें कि क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने कप्तान स्मिथ और उपकप्तान डेविड वार्नर को 12 महीने जबकि टेम्परिंग करने वाले सलामी बल्लेबाज बेनक्राफ्ट पर 9 महीने का बैन लगाया है.एक तरफ जहां स्मिथ वापसी के एक साल तक कप्तान नहीं बन पाएंगे वहीं वार्नर को कभी ऑस्ट्रेलियाई टीम की कमान भविष्य में नहीं संभाल पाएंगे.
वार्न ने अपने फेसबुक पोस्ट में कहा, "मैं हर ऑस्ट्रेलियाई और क्रिकेट प्रशंसक की तरह ही केपटाउन में हुई बॉल टेम्परिंग की घटना से काफी निराश हूं. इस मामले में ऑस्ट्रेलियाई टीम योजना बनाकर शामिल होना और भी शर्मनाक बात है. इसे आप किसी भी तरह से नकार नहीं सकते, लेकिन इस अपराध के लिए दी गई सजा बेहद कड़ी है.
"उन्होंने लिखा कि इस मामले में जिस तरह की प्रतिक्रिया हो रही है, उसने इस मामले को अधिक गंभीर बना दिया है. और, हम वहां पहुंच गए हैं जहां शायद अपराध की तुलना में दंड कहीं अधिक कड़ा हो गया है.
शेन ने कहा, "मैं अब भी सोच रहा हूं कि सजा क्या होना चाहिए. उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए, लेकिन अगर उन्हें एक साल के लिए बैन किया जा रहा है, तो ये सजा अधिक है."
वॉर्न ने लिखा, "इस मामले में अपनी भावनाओं से हटकर सोचें. हम सब गुस्से में और शर्मसार महसूस कर रहे हैं, लेकिन आपको किसी के करियर को तब तक बर्बाद नहीं करना चाहिए, जब तक वे वाकई उसके हकदार न हों. उनकी ओर से की गई हरकत गलत थी और इसके खिलाफ उन्हें दंड मिलना चाहिए, लेकिन मुझे नहीं लगता कि एक साल का बैन इसका जवाब है."
उन्होंने कहा, "अगर मेरी नजर में देखा जाए, तो इन खिलाड़ियों को चौथे टेस्ट मैच से बैन करना, बड़ा जुर्माना लगाना और पद से हटा देना पर्याप्त था."