अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद से ही देश में क्रिकेट के भविष्य पर खतरा मंडरा रहा है. क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने नवंबर में अफगानिस्तान के खिलाफ खेले जाने वाले एकमात्र टेस्ट को रद्द करने के संकेत दिए हैं. क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया का कहना है कि अगर तालिबान अफगानिस्तान में महिला क्रिकेट पर पाबंदी लगाता है तो वह नवंबर में खेले जाने वाले टेस्ट को रद्द कर देगा.
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने अफगानिस्तान महिला क्रिकेट टीम के भविष्य पर चिंता जाहिर की है. क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया की तरफ से कहा गया है कि अगर तालिबान की सरकार द्वारा महिलायों को क्रिकेट नहीं खेलने देने की मीडिया रिपोर्ट्स सच हैं तो ऑस्ट्रेलिया बनाम अफगानिस्तान के बीच टेस्ट मैच का आयोजन भी नहीं किया जाएगा.
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के बयान में कहा गया, ''महिलायों की क्रिकेट को भी वे पुरुषों के खेल की तरह ही अहमियत देते हैं और महिलायों को अगर खेलने नही दिया जाता है तो अफगानिस्तान को ऑस्ट्रेलिया की धरती पर खेलने नहीं दिया जाएगा.''
अफगानिस्तान क्रिकेट के लिए मुश्किल वक्त
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने आगे कहा, ''हम राशिद ख़ान जैसे क्रिकेटर को ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट खेलते देखना चाहते हैं, लेकिन यह तब संभव नहीं है जब रोया समीम और उनकी टीम को क्रिकेट खेलने से रोका जाए.''
ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर्स एसोसिएशन ने भी क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के इस फैसले का समर्थन किया है. अफगानिस्तान और ऑस्ट्रेलिया के बीच एकमात्र टेस्ट का आयोजन 27 नवंबर को होबार्ट में होना है. अफगानिस्तान क्रिकेट के लिए हालांकि यह बेहद मुश्किल वक्त है.
अगर तालिबान महिला क्रिकेट को बैन कर देता है तो अफगानिस्तान को आईसीसी के रेगुलर मेंबर का दर्जा भी गंवाना पड़ेगा. आईसीसी सिर्फ उन्हीं देशों को रेगुलर मेंबर का दर्जा देता है जिसकी महिला क्रिकेट टीम भी इंटरनेशनल क्रिकेट खेलती हो.
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