क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका में छिड़ा विवाद थम नहीं रहा, टीम को हुआ भारी नुकसान
दक्षिण अफ्रीका की क्रिकेट टीम को ऐसा झटका लगा है जिससे भरपाई हो पाना बेहद मुश्किल है.
क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका में शुरू हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. सरकार और क्रिकेट बोर्ड के बीच छिड़े विवाद का खामियाजा दक्षिण की पुरुष क्रिकेट टीम को उठाना पड़ रहा है. इस विवाद का नतीजा है कि दक्षिण अफ्रीकी टीम की वनडे प्रायोजक मोमेंटम ने अप्रैल 2021 में टीम के साथ जारी अनुबंध के बाद करार को आगे नहीं बढ़ाने और टीम का साथ छोड़ने का फैसला किया है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक मोमेंटम ने टीम के साथ अपने प्रायोजक के लिए नया करार नहीं करने का निर्णय लिया है. मोंमेटम वनडे टीम के अलावा फ्रेंचाइजी वनडे कप, नेशनल कप चैंपियनशिप, अंडर-13, अंडर-15 और अंडर-17 के प्रायोजक से भी हट जाएगी. हालांकि वह 2023 तक महिला टीम की प्रायोजक बनी रहेगी. वित्तीय सेवा देने वाली कंपनी ने एक बयान में कहा कि सीएसए प्रशासन में मौजूदा समय में जो कुछ भी चल रहा है, वह उससे संतुष्ट नहीं हैं.
गौरतलब है कि दक्षिण अफ्रीका में ओलंपिक से जुड़ी संस्था-दक्षिण अफ्रीकन स्पोर्ट्स कनफेडरेशन एंड ओलंपिक कमेटी (सैसकॉक) ने क्रिकेट साउथ अफ्रीका (सीएसए) के बोर्ड और सीनियर कार्यकारी को इस्तीफा देने को कहा है.
सीईओ कुग्रेंडी गोवेंडर, कंपनी के सचिव वेल्श ग्वाजा और कार्यकारी मुख्य वाणिज्य अधिकारी थामी मथेम्बु अब सीएसए में ज्यादा दिनों तक कामकाज नहीं देख पाएंगे. सैसकॉक अब सीएसए में मामले की जांच के लिए एक टास्क टीम गठित करेगी. पैनल टास्क टीम के सदस्यों को अंतिम रूप देने के एक महीने के भीतर सैसकॉक और सीएसए की सदस्य परिषद के लिए सिफारिशें करेगा.
संस्था ने कहा कि सीएसए में कुप्रबंधन और कदाचर जारी है, जिसने क्रिकेट को अव्यवस्था में पहुंचा दिया है. सीएसए ने पिछले महीने ही अपने पूर्व सीईओ थबांग मोरोए को उनके पद से बर्खास्त कर दिया था.
सैसकॉक के इस कदम से दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट टीम की मान्यता पर खतरा मंडराने लगा है. ऐसे में आईसीसी से टीम की मान्यता खत्म हो सकती है और वह अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से बाहर हो सकता है.
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