दक्षिण अफ्रीका की सरकार और क्रिकेट बोर्ड के बीच छिड़ा विवाद आखिरकार थमता नज़र आ रहा है. सरकार के कहने पर दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेट की सदस्य परिषद ने नौ सदस्यीय अंतरिम बोर्ड को अपनी मंजूरी दे दी है. क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका के इस फैसले से इंग्लैंड के साथ सीरीज पर मंडरा रहा खतरा भी टल गया है. क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका के इस फैसले के बाद इंग्लैंड और साउथ अफ्रीका के बीच पहले से तय तारीख 27 नवंबर से ही ट्वेंटी-ट्वेंटी सीरीज शुरू होगी.
खेल मंत्री नाथी एमथेथ्वा ने सीएसए का दर्जा खत्म करने की धमकी दी थी और इसको दिए जाने की फंड को भी वापस लेने की बात कही थी. पहले क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका खेल मंत्रालय की इस मांग को मानने से इंकार कर रहा था, लेकिन इंग्लैंड सीरीज पर मंडराते खतरे के बाद को देखकर बोर्ड ने सहमति जता दी.
जारी बयान के मुताबिक, "अंतरिम बोर्ड को औपचारिक रूप से मान्यता मिल गई है, जोकि आगामी दिनों में इसके नियमों के अनुसार मिलना ही था. अब एमथेथ्वा को इस मामले में दखल देने की जरूरत नहीं है. श्रीलंका, आस्ट्रेलिया और पाकिस्तान के खिलाफ होने वाली सीरीज भी अपने तय कार्यक्रम के अनुसार ही होगी."
ICC के सामने शिकायत का विकल्प खुला
रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि सीएसए की सदस्य परिषद सरकार की दखलअंदाजी का हवाला देकर अभी भी आईसीसी के समक्ष शिकायत दर्ज करा सकती है, जिससे कि आईसीसी सीएसए पर प्रतिबंध लगा सकती है.
आईसीसी के नियमों के मुताबिक किसी भी देश के क्रिकेट बोर्ड में सरकार को दखलअंदाजी का अधिकार नहीं है. अगर कोई सरकार ऐसा करती है तो आईसीसी उस देश की अंतर्राष्ट्रीय मान्यता को भी खत्म कर सकती है.
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