(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
ब्रेट ली का दावा मौजूदा समय में भारत के पास है सबसे खतरनाक गेंदबाजी आक्रमण
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज ब्रेट ली ने भारतीय गेंदबाजी आक्रमण की तारीफ करते हुए मौजूदा समय में इसे दुनिया का सबसे खतरनाक गेंदबाजी आक्रमण बताया है.
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज ब्रेट ली ने भारतीय गेंदबाजी आक्रमण की तारीफ करते हुए मौजूदा समय में इसे दुनिया का सबसे खतरनाक गेंदबाजी आक्रमण बताया है. दो बार के विश्व विजेता ऑस्ट्रेलियाई टीम का हिस्सा रह चुके ली अपने शानदार करियर के समय ग्लेन मैक्ग्राथ, शेन वॉर्न, जैसन गिलेस्पी और बाद में आए युवा गेंदबाजों शॉन टेट और मिशेल जॉनसन जैसे गेंदबाजों के साथ ड्रेसिंग रूम साझा कर चुके हैं.
ब्रेट ली ने कहा, "भारत के पास एक अच्छी तेज गेंदबाजी क्रम है."
उन्होंने कहा, "यह पहली बार है जब भारत के पास हमें कुछ अच्छे गति के गेंदबाज देखने को मिल रहे हैं. उनके पास कई युवा गेंदबाज आ रहे हैं और इसके अलावा उनके पास मोहम्मद शमी और जसप्रीत बुमराह जैसे गेंदबाज भी हैं."
ब्रेट ली ने कहा, "भारतीय गेंदबाजी समूह इस समय बहुत अच्छी है. इसलिए इसमें कोई दोराय नहीं है भारत, विश्व क्रिकेट में अपना प्रभुत्व कायम कर सकता है क्योंकि उनके पास अच्छी गेंदबाजी क्रम है."
ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों एरॉन फिंच, उस्मान ख्वाजा और स्टीव स्मिथ ने हाल के समय में शानदार प्रदर्शन किया है.
ब्रेट ली का मानना है कि यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि ऑस्ट्रेलियाई टीम अन्य टीमों की तरह इंग्लैंड की विकेटों के साथ कितनी जल्दी ढ़लती है.
पूर्व तेज गेंदबाज ने कहा, "वह अच्छी टीम हैं. झाए रिचर्डसन को चोट लगी है और वह विश्व कप से बाहर हो गए हैं, लेकिन केन रिचर्डसन टीम में आए हैं. देखिए विश्व कप में जो भी टीम जाती है वो पूरी तरह से तैयार रहती है. यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप इंग्लैंड की विकेटों के साथ कितनी जल्दी ढ़लते हो."
ब्रेट ली का मानना है कि विश्व कप के दौरान इस तरह की परिस्थितियां कम ही देखने को मिलेगी.
उन्होंने कहा, "हमें इस बात को भी ध्यान में रखना होगा कि टूर्नामेंट किस समय पर हो रहा है. वो जून और जुलाई का समय होगा और उस समय विकेट तेज गेंदबाजों के लिए ज्यादा मददगार नहीं होंगे."
ब्रेट ली ने कहा, "इसलिए कई लोगों का लगता है कि यह गेंदबाजों की विकेट होगी, लेकिन ऐसा हो जरूरी नहीं है. मुझे लगता है कि वह नई गेंद से अच्छा करेंगे, लेकिन एक बार जब गेंद की चमक खत्म हो जाएगी तब तेज गेंदबाजों को काफी मुश्किल होगी."