FICA Survey: फेडरेशन ऑफ इंटरनेशनल क्रिकेटर्स एसोसिएशन (FICA) की रिपोर्ट के मुताबिक क्रिकेट में काफी बड़ा बदलाव आ रहा है. इस संस्था के द्वारा किए गए सर्वेक्षण में खुलासा हुआ है कि दुनियाभर के अधिकतर क्रिकेटर्स लीग्स में खेलने के लिए इंटरनेशनल क्रिकेट छोड़ने के लिए तैयार हैं. इस सर्वे में भारतीय क्रिकेटर्स को शामिल नहीं किया गया है क्योंकि भारतीय क्रिकेटर्स के पास अलग-अलग लीग्स में खेलने की छूट नहीं है.


भारतीय क्रिकेटर्स क्यों नहीं हैं सर्वे का हिस्सा


भारतीय क्रिकेटर्स इंडियन प्रीमियर लीग के अलावा अन्य किसी टी20 लीग में नहीं खेल सकते हैं और यही कारण है कि इस सर्वे में भारतीय क्रिकेटर्स को शामिल नहीं किया गया है. FICA की रिपोर्ट के मुताबिक यदि घरेलू लीग्स में खेलने के लिए अधिक सैलरी मिल रही हो तो 49 प्रतिशत खिलाड़ी इंटरनेशनल क्रिकेट को छोड़ सकते हैं. हालिया समय में देखने को मिला है कि कई स्टार क्रिकेटर्स ने इंटरनेशनल कॉन्ट्रैक्ट को ठुकराया है और घरेलू लीग्स में खेलने का फैसला लिया है.


वेस्टइंडीज को हुआ है सबसे अधिक नुकसान


घरेलू लीग्स में खेलने के लिए इंटरनेशनल क्रिकेट को छोड़ने की बात करें तो इसका सबसे अधिक नुकसान वेस्टइंडीज क्रिकेट को हुआ है. सुनील नरेन और आंद्रे रसेल जैसे टी20 के दिग्गज खिलाड़ी लगातार दुनियाभर की लीग्स में खेलते रहते हैं, लेकिन वे इंटरनेशनल क्रिकेट से दूरी बनाकर रखते हैं. वेस्टइंडीज के कई दिग्गजों ने इस चीज पर सवाल भी खड़े किए हैं और साथ ही इसके कैरेबियन क्रिकेट के लिए चिंताजनक भी बताया है. कई बार ऐसा देखने को मिला है कि किसी बड़े इवेंट के लिए वेस्टइंडीज के पास अच्छे खिलाड़ी उपलब्ध नहीं होते हैं और उन्हें एक बेहद युवा टीम को उसके लिए चुनना पड़ता है.


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