यूएसए क्रिकेट बोर्ड ने हाल ही में घोषणा करते हुए बताया है कि उनकी टीम 7 से 13 अप्रैल के बीच कनाडाई टीम के साथ 5 टी20 मैचों की सीरीज खेलेगी. इस सीरीज के लिए यूएसए की टीम में न्यूजीलैंड के पूर्व क्रिकेटर कोरी एंडरसन को भी जगह मिली है, जो 2020 में अमेरिका शिफ्ट हो गए थे और उन्हें 2023 में अमेरिकी टीम के लिए खेलने की अनुमति मिली थी. कोरी एंडरसन ऐसे अकेले क्रिकेट खिलाड़ी नहीं हैं जो अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर 2 टीमों के लिए क्रिकेट खेल चुके हैं. तो आइए जानते हैं उन खिलाड़ियों के बारे में जो अपने करियर में 2 देशों के लिए क्रिकेट खेल चुके हैं.
1. कोरी एंडरसन - न्यूजीलैंड और यूएसए
कोरी एंडरसन ने आखिरी बार कोई अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैच 2018 में खेला था. 2020 में यूएसए में शिफ्ट होने के 3 साल बाद यानी 2023 में उन्हें अमेरिकी टीम के लिए अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट खेलने की अनुमति मिली. अब वो जल्द होने वाली कनाडा के खिलाफ टी20 सीरीज में 5 साल बाद कोई अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैच खेल रहे होंगे. एंडरसन ने डोमेस्टिक टी20 टूर्नामेंट्स में अच्छा प्रदर्शन किया है. वो आक्रामक बल्लेबाजी और एक तेज गेंदबाज होने के कारण भी यूएसए की टीम के लिए प्रभावी साबित हो सकते हैं. एंडरसन ने अपने टी20 करियर में 31 मैचों में 485 रन बनाने के अलावा 14 विकेट भी चटकाए थे.
2. इयोन मॉर्गन - इंग्लैंड और आयरलैंड
इंग्लैंड 2019 वनडे क्रिकेट वर्ल्ड कप में इयोन मॉर्गन की कप्तानी में वर्ल्ड चैंपियन बना था, लेकिन इंग्लैंड की टीम में आने से पहले मॉर्गन अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर आयरलैंड की टीम का प्रतिनिधित्व किया करते थे. मॉर्गन का जन्म आयरलैंड में हुआ था और 2007 वर्ल्ड कप में इसी टीम के लिए खेलते हुए नजर आए थे. बेहतर विकल्प की तलाश और टेस्ट क्रिकेट खेलने के सपने को पूरा करने के लिए 2009 में इयोन मॉर्गन ने इंग्लैंड के लिए खेलना शुरू किया था.
3. डर्क नैन्स - ऑस्ट्रेलिया और नीदरलैंड्स
डर्क नैन्स का जन्म ऑस्ट्रेलिया में हुआ था, लेकिन उनके अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट करियर की शुरुआत नीदरलैंड्स में हुई थी. उन्हें 2009 टी20 वर्ल्ड कप में नीदरलैंड्स के लिए खेलते देखा गया, जिसमें वो 2 मैचों में केवल 1 विकेट चटका पाए थे. नीदरलैंड्स के लिए डेब्यू करने के करीब 2 महीने बाद ही उन्हें ऑस्ट्रेलियाई टीम में शामिल कर लिया गया और 2010 टी20 वर्ल्ड कप में उन्हें कंगारू टीम की ओर से खेलते देखा गया. वो इस बार वर्ल्ड कप टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे. उन्होंने ऑस्ट्रेलिया की ओर से 7 मैचों में 14 विकेट चटकाए थे.
4. एड जॉयस - इंग्लैंड और आयरलैंड
इयोन मॉर्गन की तरह एड जॉयस भी इंग्लैंड और आयरलैंड, दोनों के लिए खेल चुके हैं. 2007 वनडे क्रिकेट वर्ल्ड कप में जॉयस इंग्लैंड के लिए खेले थे, लेकिन उसके कुछ समय बाद आयरलैंड टीम का अभिन्न हिस्सा बने. जॉयस ने अपने करियर में 78 वनडे मैचों में 6 शतक और 15 फिफ्टी लगाते हुए 2,622 रन बनाए. वहीं उन्होंने 18 टी20 मैचों में 405 रन बनाए थे. जॉयस को आयरलैंड के लिए आखिरी बार साल 2018 में खेलते देखा गया था.
5. केप्लर वेसल्स - दक्षिण अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया
केप्लर वेसल्स दुनिया के ऐसे पहले क्रिकेटर रहे जिन्होंने 2 अलग-अलग देशों के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर क्रिकेट खेला था. उन्होंने 1982 से 1985 के बीच अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में ऑस्ट्रेलियाई टीम का प्रतिनिधित्व किया था. उन्होंने 1985 में रिटायरमेंट ली थी, लेकिन उसके 6 साल बाद उन्होंने खुद को दक्षिण अफ्रीका के लिए क्रिकेट खेलता पाया. केप्लर 1991 से 1994 तक दक्षिण अफ्रीकी टीम का हिस्सा रहे. उन्होंने अपने करियर में 40 टेस्ट मैच खेलते हुए 2,788 रन बनाए. इसके अलावा उन्होंने 109 वनडे मैचों में 3,367 रन भी बनाए थे.
यह भी पढ़ें:
IPL 2024: दर्शकों को स्टेडियम लाने के लिए RCB की अनोखी पहल, अब कुत्ते भी लेंगे मैच का आनंद