क्रिकेट साउथ अफ्रीका क्रिकेट (सीएसए) खिलाड़ियों के सेंट्रल कॉन्ट्रेक्ट में बदलाव तैयारी में है. बोर्ड के शीर्ष अधिकारी कोरी वान जाइल ने कहा है कि बड़ी संख्या में क्रिकेटर राष्ट्रीय टीम की जगह काउंटी क्रिकेट को तरजीह दे रहे हैं जिसे रोकने के लिए बोर्ड लॉन्ग टर्म कॉन्ट्रेक्ट लाने पर विचार कर रहा है.
साउथ अफ्रीका के पूर्व तेज गेंदबाज और अंतरिम कोच जाइल ने माना कि बोर्ड प्रतिभाशाली क्रिकेटरों को लेकर गंभीर है जो कोलपैक करार के जरिए इंग्लैंड में काउंटी क्रिकेट खेल रहे हैं. जाइल सीएसए के क्रिकेट डायरेक्टर निदेशक भी हैं.
कोलपैक करार के तहत यूरोपीय यूनियन के किसी भी सदस्य देश के साथ मुक्त व्यापार करार वाले देश के पेशेवर खिलाड़ी पेशेवर के तौर पर कहीं भी खेल सकते हैं.
पिछले 15 साल (2004 से) में कोलपैक खिलाडियों में सबसे बड़ी संख्या साउथ अफ्रीकी खिलाड़ियों की है. टीम को हाल के सालों में काइल एबोट (2017) और डुआने ओलिवर (2019) के जाने से नुकसान हुआ है.
जाइल ने कहा, ‘‘ यह तो खिलाड़ी ही बेहतर तरीके से बता पाएंगे कि उन्होंने कोलपैक करार क्यों किया. मैं इस पर कोई कयास नहीं लगा सकता. क्रिकेट साउथ अफ्रीका के लिए यह जरूरी है कि हम सर्वश्रेष्ठ प्रतिभा को अपने पास बरकरार रखें. ’’
जाइल ने कहा कि वह लंबे समय के अनुबंध पर काम कर रहे हैं.
उन्होंने कहा, ‘‘ सेंट्रल कॉन्ट्रेक्ट इसका एक पहलू है. हम लॉन्ग टर्म कॉन्ट्रेक्ट और सेवा प्रोत्साहन योजनाओं के बारे में सोच रहे हैं. हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि साउथ अफ्रीका क्रिकेट बिरादरी खिलाड़ियों की बातों को समझे. ऐसे में यह कई चीजों पर निर्भर करेगा.’’