आंकड़ों के लिहाज मुंबई इंडियंस की टीम चेन्नई पर भारी दिखती है. बात चाहे आईपीएल की रिकॉर्ड बुक की करें या मौजूदा सीजन के आंकड़ों की, मुंबई इंडियंस का प्रदर्शन बेहतर है. इस सीजन में तो मुंबई ने चेन्नई को जिन तीन मैचों में हराया उसमें जीत हार का अंतर बढ़ता ही चला गया. बावजूद इसके ये कोई नहीं कह सकता कि चेन्नई की टीम ‘बाउंसबैक’ नहीं कर सकती.
फाइनल मैच हैदराबाद में खेला जाना है. ‘न्यूट्रल वेन्यू’ होने की वजह से दोनों टीमों के लिए हैदराबाद के मैदान में किसी तरह का ‘लोकल सपोर्ट’ या पिच की बेहतर समझ जैसी स्थिति नहीं है. अब ऐसे में करोड़ों क्रिकेट फैंस के मन में सवाल यही है कि किस टीम के खिताब जीतने की उम्मीदें ज्यादा हैं. आईपीएल चौके-छक्के लगाने का फ़ॉर्मेट भले ही है, लेकिन आज फाइनल में जिस टीम के गेंदबाज ज्यादा बेहतर गेंदबाजी करेंगे जीत या हार का फैसला इसी बात से होगा.
अभी तक के आंकड़े बता रहे हैं कि चेन्नई की टीम के पास बेहतर स्पिनर हैं, जबकि मुंबई की टीम के पास बेहतर तेज गेंदबाज. आज के मैच में तेज गेंदबाज बनाम स्पिनर्स की लड़ाई में पिच जिसे थोड़ा भी मदद करेगी वो सुपरबॉस होगा. ये दिलचस्प बात है कि मुंबई और चेन्नई की टीम में भले ही शेन वॉटसन, हार्दिक पांड्या, धोनी, सुरेश रैना, रोहित शर्मा और क्विंटन डी कॉक जैसे धाकड़ बल्लेबाज हैं लेकिन बात गेंदबाजों की हो रही है.
दोनों टीमों के गेंदबाजों का सीजन में प्रदर्शन
इस सीजन में चेन्नई की टीम के स्पिनर्स का प्रदर्शन शानदार रहा है. इमरान ताहिर 24 विकेट ले चुके हैं. इस सीजन में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाजों की लिस्ट में पहली पायदान पर आने के लिए उन्हें दो विकेट और चाहिए. एक विकेट और लेने की स्थिति में वो कसिगो रबादा की बराबरी कर लेंगे.
हरभजन सिंह ने इस सीजन में अपने प्रदर्शन से हर किसी को चौंकाया है. वो 10 मैचों में 16 विकेट ले चुके हैं. तीसरे स्पिनर रवींद्र जडेजा भी किसी से कम नहीं हैं उन्होंने अब तक 15 मैच में 15 विकेट लिए हैं. खास बात ये है कि इन तीनों स्पिनर्स ने बेहद किफायती गेंदबाजी भी की है. तेज गेंदबाजों में धोनी ने दीपक चाहर पर ज्यादा भरोसा दिखाया है. उन्होंने भी इस सीजन में 19 विकेट लिए हैं. लेकिन पिछले मैच में वो बेरंग दिखे थे.
ड्वेन ब्रावो और शार्दुल ठाकुर को भी धोनी ने बीच बीच में मैदान में उतारा है. ब्रावो के खाते में 11 विकेट है, जबकि शार्दुल ठाकुर के खाते में 6 विकेट है. इससे उलट मुंबई की टीम में तेज गेंदबाजों का बोलबाला है. जसप्रीत बुमराह, लसिथ मलिंगा और हार्दिक पांड्या ने सीजन में अपनी टीम की जीत में अहम रोल निभाया है.
बुमराह ने 15 मैच में 17 विकेट लिए हैं. हार्दिक पांड्या के खाते में 15 मैचों में 14 विकेट हैं. मलिंगा ने 11 मैचों में 15 विकेट चटकाए हैं. स्पिनर्स के मामले में रोहित शर्मा ने राहुल चाहर और क्रुणाल पांड्या पर भरोसा जताया है. राहुल चाहर ने अब तक 12 मैचों में 12 विकेट लिए हैं. क्रुनाल के खाते में 15 मैचों में 11 विकेट हैं. ये आंकड़े देखकर आप भी समझ गए होंगे कि चेन्नई की टीम एक बार फिर अपने स्पिनर्स के भरोसे मुंबई को फंसाने की कोशिश करेगी. जबकि मुंबई के गेंदबाज रफ्तार पर ज्यादा भरोसा करेंगे.
पिच करेगी गेंदबाजों के भाग्य का फैसला
हैदराबाद के मैदान की पिच अगर स्पिन गेंदबाजों को मदद करती है तो निश्चित तौर पर मुकाबला दिलचस्प होगा, लेकिन अगर कहीं पिच स्पिनर्स के लिए बिल्कुल ही मुफीद नहीं है तो ये लड़ाई चेन्नई को भारी पड़ेगी.
ऐसा इसलिए क्योंकि चेन्नई और मुंबई के स्पिन गेंदबाजों में प्रदर्शन का अंतर 19-20 का है, लेकिन दोनों टीमों के तेज़ गेंदबाजों में प्रदर्शन का ये अंतर मुंबई के पक्ष में 18-20 का हो जाता है. शार्दुल ठाकुर और ड्वेन ब्रावो की तुलना लसिथ मलिंगा और हार्दिक पांड्या से नहीं कर सकते. लिहाजा जीत हार का अंतर पिच के बर्ताव पर काफी हद तक निर्भर करेगा.
CSK vs MI BLOG: बेहतर गेंदबाजी वाली टीम के सर पर होगा आईपीएल का ताज
Jitendra Kumar
Updated at:
12 May 2019 12:39 PM (IST)
CSK vs MI BLOG: हरभजन सिंह ने इस सीजन में अपने प्रदर्शन से हर किसी को चौंकाया है. वो 10 मैचों में 16 विकेट ले चुके हैं. तीसरे स्पिनर रवींद्र जडेजा भी किसी से कम नहीं हैं उन्होंने अब तक 15 मैच में 15 विकेट लिए हैं.
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