हालांकि आंकड़े किसी भी टीम के हक में नहीं दिखते क्योंकि दोनों ही टीम कई दफा फाइनल में पहुंच चुकी हैं और खिताब चुकी हैं. हालांकि फाइनल में आमने सामने की टक्कर में रोहित शर्मा धोनी पर 21 रहे हैं.
रोहित शर्मा की अगुवाई वाली मुंबई ने अभी तक चार फाइनल खेले हैं, जिसमें से तीन में खिताब उसकी झोली में गया है, जिसमें दो बार 2013 और 2015 में वह चेन्नई सुपरकिंग्स के ही खिलाफ फाइनल में जीते थे.
वहीं तीन बार की चैम्पियन चेन्नई सुपरकिंग्स ने अपने आठवें फाइनल में प्रवेश किया है. उसके लिए यह सीज़न काफी अच्छा रहा, खासकर पिछले साल के बाद जब उसने दो साल के निलंबन से वापसी करते हुए खिताब हासिल किया था.
भले ही नतीजा कुछ भी रहे, लेकिन यह फाइनल इन दोनों के बीच प्रतिद्वंद्विता का एक और यादगार अध्याय जोड़ देगा. चेन्नई को फाइनल से पहले अपनी रणनीति अच्छी तरह तैयार करनी होगी, क्योंकि मुंबई की टीम उसे इस सीज़न में तीन बार हरा चुकी है.
रोहित एंड कंपनी को चेन्नई के स्पिनरों से चतुराई से निपटना होगा क्योंकि अन्य टीमों के बल्लेबाज इमरान ताहिर, हरभजन सिंह और रविंद्र जडेजा के सामने जूझते दिखे. चेन्नई के तेज गेंदबाज दीपक चहर ने भी प्रभावित किया है, उन्होंने अभी तक 19 विकेट चटकाए हैं.
मुंबई को चार दिन का आराम मिल चुका है और अब वह धोनी की टीम पर इस सीज़न की चौथी जीत दर्ज करना और चौथा आईपीएल खिताब हासिल करना चाहेगी.