रोहित ने 48 गेंदों पर छह चौकों और तीन छक्कों की मदद से 67 रन बनाए और इस बीच इर्विन लुईस (32) के साथ तीसरे विकेट के लिये 75 रन जोड़े, लेकिन चेन्नई के गेंदबाजों खासकर स्पिनरों ने बल्लेबाजों को खुलकर नहीं खेलने दिया.
बाएं हाथ के स्पिनर मिशेल सैंटनर चेन्नई के सबसे सफल गेंदबाज रहे. उन्होंने चार ओवर में 13 रन देकर दो विकेट लिए. इमरान ताहिर और दीपक चाहर ने एक एक विकेट लिया. यहां देखिए आईपीएल 2019 की अंकतालिका में कौन सी टीम किस पायदान पर है
महेंद्र सिंह धोनी बुखार के कारण आज आईपीएल में अपना दूसरा मैच में नहीं खेल पाए, जबकि रविंद्र जडेजा 2012 में चेन्नई से जुड़ने के बाद पहली बार मैदान पर नहीं उतरे. स्वाभाविक था कि सुरेश रैना की अगुवाई में टीम कुछ नये स्वरूप के साथ खेल रही थी.
रैना ने चेन्नई के टॉस जीतने के क्रम को बरकरार रखा और दीपक चाहर ने तीसरे ओवर में क्विंटन डिकाक (15) को विकेटकीपर अंबाती रायुडु के हाथों कैच कराकर मुंबई को शुरू में ही करारा झटका दिया, लेकिन इसके बाद चेन्नई को अगले विकेट के लिये 13वें ओवर तक इंतजार करना पड़ा.
चाहर के अगले ओवर में तीन चौके लगे लेकिन तब भी मुंबई पावरप्ले तक 45 रन तक ही पहुंच पाया. इसकी वजह हरभजन सिंह (चार ओवर में 23 रन) थे जिन्होंने पावरप्ले में किये गये तीन ओवर में केवल नौ रन दिये लेकिन उनके आखिरी ओवर में रोहित ने डीप मिडविकेट और लांग आन पर छक्के जड़कर उनका गेंदबाजी विश्लेषण आकर्षक नहीं रहने दिया.
रोहित ने 13वें ओवर में 37 गेंदों का सामना करके इस सत्र का पहला अर्धशतक पूरा किया जिससे मुंबई भी तिहरे अंक में पहुंचा लेकिन इससे पहले सैंटनर के इस ओवर में लुईस ने सीमा रेखा पर कैच थमा दिया था. उनका स्थान लेने के लिये उतरे क्रुणाल पंड्या (01) ने भी इमरान ताहिर पर गलत टाइमिंग से शाट खेलकर अपना विकेट गंवाया.
पंद्रह ओवर तक स्कोर 105 रन तक ही पहुंच पाया. इसके बाद रोहित ने ताहिर पर दो चौके और एक छक्का लगाया लेकिन सैंटनर ने अगले ओवर में उन्हें पवेलियन भेज दिया. इसके बाद हार्दिक पंड्या (नाबाद 23) और कीरोन पोलार्ड (नाबाद 13) क्रीज पर थे लेकिन अगले दो ओवर में केवल सात रन बने. आखिरी दो ओवर में 27 रन बनने से टीम 150 रन के पार पहुंच पायी.