ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट फैंस की स्टार बल्लेबाज डेविड वार्नर को टीम का कप्तान बनते देखने की उम्मीदें टूट गई हैं. डेविड वार्नर ने क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के सामने लीडरशिप बैन को हटाने को लेकर रखी गई अपील वापस ले ली है. डेविड वार्नर ने साफ कर दिया है कि उनके लिए उनका परिवार क्रिकेट से ज्यादा महत्वपूर्ण हैं. इसके साथ ही डेविड वार्नर (David Warner) ने लीडरशिप बैन पर फैसला लेने को लेकर बनाई गई क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया की कमेट पर जमकर हमला बोला है.


डेविड वार्नर ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर बेहद भावुक मैसेज लिखते हुए पूरी घटना का जिक्र किया है. डेविड वार्नर ने अपने मैसेज में कहा, ''मैं यह साफ कर देना चाहता हूं कि मेरे लिए मेरा परिवार क्रिकेट से कहीं ज्यादा महत्वपूर्ण है. 2018 में हुए बॉल टेंपरिंग विवाद की वजह से मेरे परिवार को बहुत कुछ झेलना पड़ा है. मैं उन्हें और मुश्किल में नहीं डाल सकता हूं.''


दरअसल, 2018 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेले गए टेस्ट मैच में बॉल टेंपरिंग की वजह से डेविड वार्नर विवादों में आ गए थे. इस वजह से डेविड वार्नर पर ना सिर्फ एक साल का प्रतिबंध लगाया गया बल्कि उन्हें ऑस्ट्रेलियाई टीम के लीडरशिप ग्रुप से भी आजीवन बैन कर दिया गया. 


वार्नर ने परिवार को रखा आगे


लेकिन बीते दो महीने पर डेविड वार्नर पर लगे बैन के हटने की उम्मीद बढ़ गई थी. क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने लीडरशिप बैन हटाने को लेकर एक कमेटी का गठन किया. हालांकि इस कमेटी को लेकर भी विवाद शुरू हो गया. इस कमेटी का कहना था कि वो लोगों की राय जानकर बैन हटाने को लेकर फैसला लेगी.


डेविड वार्नर ने कमेटी द्वारा बैन हटाए जाने को लेकर अपनाई जा रही प्रक्रिया पर आपत्ति जाहिर की. वार्नर ने साफ कर दिया कि बीते कुछ सालों में उन्होंने अपने भीतर बहुत सारे बदलाव किए हैं और इस तरह से दोबारा उन्हें और उनके परिवार को लोगों के बीच घिसटना सही नहीं है. वार्नर ने साफ कर दिया कि उन्हें परिवार की शर्त पर ऑस्ट्रेलियाई टीम की कमान नहीं संभालनी है. 


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