बर्मिघम: भारतीय कप्तान विराट कोहली ने एक बार फिर साबित किया है कि वो इस समय विश्व के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में शुमार क्यों हैं. रनों के भूखे कोहली ने इंग्लैंड के खिलाफ यहां खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच के दूसरे दिन गुरुवार को विकेटों की पतझड़ के बीच एक छोर संभाले रखा और अपनी टीम को 274 रनों के स्कोर तक पहुंचाया.

यह स्कोर हालांकि इंग्लैंड की पहली पारी के स्कोर 287 रनों से 13 रन कम रहा. इंग्लैंड ने पहली पारी के लिहाज से 13 रनों की बढ़त ले ली थी. दिन का अंत होने तक उसने अपनी दूसरी पारी में एक विकेट खोकर नौ रन बना लिए हैं और अपनी बढ़त को 22 रनों तक पहुंचा दिया.

स्टम्प्स तक सलामी बल्लेबाज केटन जेनिंग्स पांच रन बनाकर खेल रहे हैं. रविचंद्रन अश्विन ने चौथे ओवर की चौथी गेंद पर एलिस्टर कुक (0) को बेहतरीन गेंद पर बोल्ड कर इंग्लैंड को पहला झटका दिया और इसी के साथ दिन का खेल समाप्ति की घोषणा कर दी गई.

एजबेस्टन क्रिकेट ग्राउंड पर खेले जा रहे इस मैच में हालांकि कोहली को तीन जीवनदान मिले जिसका भारतीय कप्तान ने बखूबी फायदा उठाया और इंग्लैंड की सरजमीं पर अपना पहला टेस्ट शतक जमाया.

इससे पहले कोहली का इंग्लैंड में टेस्ट में सर्वोच्च स्कोर 39 रन था, लेकिन इस बार कोहली ने जुझारूपन और दृढ़ता से इंग्लैंड की घातक गेंदबाजी का सामना किया और 225 गेंदों में 22 चौकों तथा एक छक्के की मदद से बेहतरीन शतकीय पारी खेली.

अपनी पहली पारी खेलने उतरी भारतीय टीम ने 50 रनों तक कोई विकेट नहीं खोया था, लेकिन सैम कुरैन ने पहले मुरली विजय (20), फिर लोकेश राहुल (4) और फिर शिखर धवन (26) को अपने दो ओवरों में आउट कर भारत का स्कोर तीन विकेट पर 59 रन कर दिया.

यहां कोहली ने कदम रखा और विकेट पर काफी परेशानियों के बीच खड़े रहे. पहले सत्र का खेल खत्म होने कोहली के साथ उप-कप्तान अजिंक्य (15) ने मिलकर भारत को कोई और झटका नहीं लगने दिया. हालांकि दूसरे सत्र में स्टोक्स ने पहले रहाणे और फिर दिनेश कार्तिक (0) को आउट पर कोहली को एक बार फिर अकेला सा कर दिया. दोनों के विकेट 100 के कुल स्कोर पर गिरे.

हार्दिक पांड्या (22) ने कोहली का साथ देने की कोशिश की और कप्तान के साथ मिलकर छठे विकेट के लिए 48 रनों की साझेदारी की, लेकिन कुरैन ने पांड्या को निपटा कोहली को एक बार फिर साथ के लिए तरसा दिया.

इस बीच रविचंद्र अश्विन (10), मोहम्मद शमी (2) और ईशांत शर्मा (5) कोहली का साथ छोड़ जा चुके थे. अब तक कोहली ने अपने पैर जमा लिए थे. यहां से इंग्लैंड के गेंदबाज उन्हें ज्यादा परेशान नहीं कर पाए और कप्तान अपने शॉट्स खेलते रहे. गेंद पर अच्छे से आंखे जमा चुके कोहली ने स्टोक्स द्वारा फेंके गए 65वें ओवर की पांचवीं गेंद पर चौका मार इंग्लैंड में अपने शतकों का खाता खोला.

शतक लगान के बाद से कोहली आक्रामक रुख अपना चुके थे और उनका लक्ष्य अपनी टीम को जल्दी से जल्दी इंग्लैंड के स्कोर के पार ले जाना था. ईशांत के जान के बाद कोहली ने उमेश यादव के साथ 10वें विकेट के लिए 57 रनों की साझेदारी की जिसमें से सिर्फ एक रन उमेश का था. कोहली लेग स्पिनर आदिल राशिद की गेंद पर ब्रॉड को कैच दे बैठे और इसी के साथ भारतीय पारी का अंत हो गया. उमेश यादव नाबाद रहे.

इंग्लैंड के लिए सैम कुरैन ने सर्वाधिक चार विकेट लिए. स्टोक्स, एंडरसन और राशिद को दो-दो सफलताएं मिलीं.