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Day/Night Tests: भारत में पहली बार खेला जाएगा कोई ऐसा मैच, जानिए क्रिकेट के इस नए फॉर्मेट के बारे में सबकुछ
बीसीसीआई के अध्यक्ष सौरव गांगुली ने इस बात की पुष्टि की है कि वो इस बारे में बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष नजमुल हसन से बात कर चुके हैं.
डे नाइट टेस्ट क्रिकेट को पहली बार आईसीसी की तरफ से ग्रीन सिग्नल 30 अक्टूबर साल 2012 में मिला था. उस दिन क्रिकेट फैंस ने पहली बार क्रिकेट के मैदान पर कोई अलग रंग की गेंद देखी थी तो वहीं वो टेस्ट मैच दिन-रात खेला गया था. 22 नवंबर 2019 को भारत पहली बार डे नाइट टेस्ट मैच का आयोजन करेगा. ये मैच ईडन गार्डन्स के मैदान पर बांग्लादेश के खिलाफ खेला जाएगा.
बीसीसीआई के अध्यक्ष सौरव गांगुली ने इस बात की पुष्टि की है कि वो इस बारे में बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष नजमुल हसन से बात कर चुके हैं. जहां सभी खिलाड़ी ये मैच खेलने के लिए राजी है.
ऐसे कितने टेस्ट अब तक खेले जा चुके हैं?
टेस्ट क्रिकेट के इतिहास पर एक नजर डालें तो अब तक 2,000 से ज्यादा पांच दिनों वाला मैच खेला जा चुका है. पहला डे नाइट मैच ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बीच साल 2015 में खेला गया था. इसके बाद अब तक ऐसे मुकाबले कुल 14 हुए हैं. हालांकि भारत, बांग्लादेश, अफगानिस्तान और आयरलैंड ही कुछ टीमें में ऐसी हैं जिन्होंने अभी तक ऐसा टेस्ट नहीं खेला है.
किस रंग की गेंद का किया जाएगा इस्तेमाल?
टेस्ट क्रिकेट वैसे तो लाल गेंद से खेली जाती है लेकिन डे नाइट टेस्ट मैच गुलाबी यानी की पिंक गेंद से खेली जाएगी. पिंक गेंद को कूकाबुर्रा की कंपनी बनाती है.
एक दिन में कितने घंटे खेला जाएगा मैच?
एक दिन में 6 घंटे खेला जाएगा मैच. वहीं प्रतिदिन 90 ओवर डाले जाएंगे.
कैसे खेला जाएगा मैच?
मैच की शुरूआत दोपहर 1:30 बजे होगी और 9 बजे मैच खत्म हो जाएगा. चाय ब्रेक 4:05 बजे होगा तो वहीं एक और ब्रेक 6:20 पर मिलेगा. हर नई गेंद 80 ओवर के बाद दी जाएगी.
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