नई दिल्ली: ज़हीर खान और अमित मिश्रा के 'दिमाग' पर भारी पड़ते हुए आखिरी ओवर में मनीष पांडे ने कोलकाता की टीम को शानदार जीत दिलाई. दिल्ली और कोलकाता के बीच खेले गए दिल थामने वाले मुकाबले में मनीष पांडे और यूसुफ पठान के सूझबूझ भरे अर्धशतकों की मदद से केकेआर ने दिल्ली को हराकर अंकतालिका में पहला स्थान हासिल किया.
मनीष पांडे (नाबाद 69) और यूसुफ पठान (59) ने मिलकर चौथे विकेट के लिए अहम शतकीय साझेदारी की. घरेलू दर्शकों के सामने फिरोज शाह कोटला मैदान पर दूसरा मैच खेल रही दिल्ली ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए कोलकाता के सामने 169 रनों का चुनौतीपूर्ण लक्ष्य रखा था जिसे मेहमान टीम ने एक गेंद शेष रहते हुए छह विकेट खोकर हासिल कर लिया.
पारी के आखिरी ओवर में कोलकाता को जीत के लिए नौ रन चाहिए थे. अमित मिश्रा ने पहली गेंद खाली निकाली और दूसरी गेंद पर क्रिस वोक्स (3) को स्टम्पिंग कराया. अगली गेंद पर सुनील नरेन ने एक रन लिया और पांडे को स्ट्राइक दी. पांडे ने चौथी गेंद पर छक्का मारा और फिर पांचवीं गेंद पर दो रन लेकर टीम की जीत दिलाई.
चुनौतीपूर्ण लक्ष्य का पीछा करने उतरी कोलकाता की शुरूआत बेहद खराब रही. उसने 21 के कुल स्कोर पर ही अपने तीन विकेट खो दिए थे. इनफॉर्म बल्लेबाज कप्तान गौतम गंभीर (14), कोलिन ग्रांडहोम (1), रॉबिन उथप्पा (4) पवेलियन लौट चुक थे.
लेकिन इसके बाद यूसुफ पठान और पांडे ने कोलकाता की मैच में वापसी कराई. दोनों ने दबाव में किसी तरह की जल्दबाजी नहीं की और कुछ ओवर संयम के साथ खेले. पैर जमाने के बाद दोनों ने अपने अंदाज में शॉट लगाए. चौथे विकेट के लिए इस जोड़ी ने 12 ओवरों में 9.16 की औसत से 110 रन जोड़े. इतना ही नहीं आईपीएल के इतिहास में पहली बार कोलकाता टीम के चौथे और पांचवे नंबर के बल्लेबाज़ों ने एक साथ अर्धशतक जमाया है.
मनीष और पठान के आने के बाद से दिल्ली का अनुभवी और मजबूत गेंदबाजी आक्रमण विकेट के लिए तरसता रहा. इसी बीच पठान ने अपना अर्धशतक पूरा किया. पठान 15वें ओवर में मोरिस की गेंद पर पुल खेलने गए और गेंद ने उनके बल्ले का ऊपरी किनारा लिया जिसे मोरिस ने लपकने में कोई गलती नहीं की. 39 गेंदों का सामना कर दो छक्के और छह चौके मारने वाले पठान 131 के कुल स्कोर पर आउट हुए.
मनीष, सूर्यकुमार यादव (7) के साथ मिलकर टीम को जीत के और करीब ले गए. सूर्यकुमार 152 के कुल स्कोर पर आउट हुए. 49 गेंदों में तीन छक्के और चार चौके लगाने वाले पांडे ने टीम को जीत दिलाकर ही दम लिया.
इससे पहले दिल्ली ने पहले बल्लेबाजी करते हुए संजू सैमसन (39) औरम ऋषभ पंत (38) के अलावा बाकी बल्लेबाजों के संयुक्त योगदान से निर्धारित 20 ओवरों में सात विकेट के नुकसान पर 168 रन बनाए.
दिल्ली को इनफॉर्म बल्लेबाज सैमसन और सैम बिलिंग्स (21) ने अच्छी शुरूआत दी और आक्रामक बल्लेबाजी करते हुए टीम का स्कोर 4.4 ओवर में ही 50 कर दिया.
गंभीर ने शुरू के पांच ओवर अपने पांच प्रमुख गेंदबाजों से करवाए लेकिन, सफलता नहीं मिली. इस सलामी जोड़ी ने 6.1 ओवरों में 53 रन जोड़े. यह आईपीएल के पहले संस्करण (2008) के बाद पहली बार है जब दिल्ली की सलामी जोड़ी ने 50 रन जोड़े हों. सातवां ओवर लेकर आए नाइल ने पहली गेंद पर ही बिलिंग्स को विकेट के पीछे रॉबिन उथप्पा के हाथों कैच करा इसे साझेदारी को तोड़ा.
इसके बाद अपने करियर का 100वां टी-20 मैच खेल रहे संजू भी ज्यादा देर टिक नहीं सके और उमेश की गेंद पर बोल्ड हो गए.
इन दोनों के बाद करुण नायर (21) और श्रेयस अय्यर (26) ने दिल्ली को संभाले रखा. यह दोनों आसानी से रन बना रहे थे, लेकिन 14वें ओवर में दो रन लेने के चक्कर में अय्यर रन आउट हो गए. इसी ओवर में उथप्पा ने नरेन की गेंद पर नायर का कैच भी छोड़ा. लेकिन नायर इस जीवनदान का फायदा नहीं उठा सके. नाइल ने बोल्ड कर उनकी पारी का अंत किया.
युवा पंत ने अपने आक्रामक रूप में खेल खेला और उमेश यादव द्वारा फेकें गए 17वें ओवर में तीन छक्के और दो चौके की मदद से कुल 26 रन जोड़े. अगले ओवर में नरने ने इस संस्करण में अपना पहला मैच खेल रहे श्रीलंका के कप्तान एंजेलो मैथ्यूज (1) को बोल्ड किया. पंत को नाइल ने 19वें ओवर में पवेलियन भेजा. उन्होंने अपनी 38 रन का पारी में सिर्फ 16 गेंदे खेलीं और चार छक्के और दो चौके मारे. इसी ओवर में क्रिस मोरिस (16) को दो जीवनदान मिले.
मोरिस आखिरकार आखिरी ओवर में उमेश के हाथों लपके गए लेकिन इससे पहले उन्होंने दो चौके जड़ दिए थे और अपने टी-20 करियर में 1000 रन भी पूरे किए.
कोलकाता की तरफ से नाइल ने तीन विकेट लिए. वोक्स, नरेन और यादव को एक-एक सफलता मिली.