इंडियन प्रीमियर लीग के 11वें सीजन में जिस बल्लेबाज ने अपनी बल्लेबाजी से सभी को प्रभावित किया है वह हैं न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन. उन्होंने साबित किया है क्रिकेट के परंपरागत कॉपी बुक स्टाइल के साथ भी टी 20 क्रिकेट में तेजी से रन बना सकते हैं. विलियमसन की इस काबिलियत का लोहा मानते हुए ऑस्ट्रेलिया के पूर्व बल्लेबाज डीन जोन्स चाहते हैं कि खराब फॉर्म से जूझ रहे अजिंक्य रहाणे जैसे बल्लेबाज उनसे सीख लें.
जोन्स से पीटीआई से कहा , ‘‘मुझे उम्मीद थी कि विलियमसन अच्छा करेंगे. डेविड वार्नर के यहां नहीं खेलने से उन्हें काफी फायदा हुआ है.’’
उन्होंने कहा , ‘‘यह दुनिया का सर्वश्रेष्ठ टी 20 लीग है. विलियमसन को जो मौका मिला उन्होंने उसका पूरा फायदा उठाया और दुनिया को दिखा दिया कि वे कितने शानदार खिलाड़ी हैं.’’
जोन्स ने कहा , ‘‘आपके पास गंभीर और रहाणे जैसे दूसरे खिलाड़ी भी है जो परंपरागत शैली में बल्लेबाजी करते हैं. उन्हें विलियमसन का देखना चाहिए,उन्हें विलियमसन का अनुसरण करना चाहिए कि वह कैसे 130-140 के स्ट्राइक रेट तक पहुंच जा रहे हैं.’’
ऑस्ट्रेलिया के लिए 52 टेस्ट और 164 वनडे मैच खेलने वाले इस बल्लेबाज ने कहा , ‘‘अगर आप ऐसा कह रहे कि विलियमसन (13 मैचों में 625 रन ) रहाणे और गंभीर से बेहतर है तो ऐसा बिल्कुल भी नहीं है. लेकिन तथ्य यह है कि उन्होंने ( विलियमसन ) ज्यादा खुल कर बल्लेबाजी की है. वह शॉट लगाने से पहले परंपरागत स्थिति में आ जाते हैं. उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया है और यह साबित किया कि टी 20 में भी परंपरागत बल्लेबाज की जगह है.’’
आपको बता दें कि सनराइजर्स हैदराबाद के कप्तान केन इस वक्त ऑरेंज कैप की रेस में दूसरे नंबर पर उन्होंने हैं. उन्होंने 13 मैच की 13 पारी में 62.50 के बेहतरीन औसत की बदौलत 625 रन बनाए हैं. उनके बल्ले से 8 अर्द्धशतक निकले हैं जबकि उनका स्टॅाइक रेट 140 का है.