Hardik Pandya Performance: भारत की व्हाइट बॉल क्रिकेट में इस वक्त हार्दिक पांड्या सबसे बढ़िया और अनुभवी फास्ट बॉलिंग ऑलराउंडर है. करियर खत्म करने वाले एक खतरनाक इंजरी से वापसी करने के बाद हार्दिक पांड्या का एक नया रूप देखने को मिला है. उनकी गेंदबाजी, बल्लेबाजी और फ्लिडिंग सभी चीजों में काफी सुधार आया है. इसके अलावा पिछले करीब एक साल में हार्दिक पांड्या ने अपनी बेहतरीन कप्तानी का प्रदर्शन करके भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड का भविष्य के एक स्थायी कप्तान की झल्कियां भी दिखाई हैं. भारतीय क्रिकेट टीम के एक अन्य ऑलराउंडर ने खुद की तुलना हार्दिक से की है और कहा है कि एक दिन वह भी हार्दिक के जैसे ही फास्ट बॉलिंग आउराउंडर के रूप में भारतीय टीम के अंदर अपनी जगह पक्की करेंगे.
हार्दिक 140 की गति से गेंदबाजी कर सकते हैं, गेंद को अंदर और बाहर यानी दोनों तरफ स्विंग करा सकते हैं. नई गेंद से भी गेंदबाजी आक्रमण का आगाज़ कर सकते हैं. बल्लेबाजी में मध्यक्रम को संभालने के साथ-साथ ताबड़तोड़ फिनिशिंग भी कर सकते हैं. वहीं फ्लिडिंग में तो उनका कोई जवाब है ही नहीं. इन सभी स्किल्स के अलावा वह बढ़िया कप्तानी भी कर सकते हैं. लिहाजा, वनडे और टी-20 फॉर्मेट के लिए हार्दिक एक कंप्लीट ऑलराउंड क्रिकेटर हैं. भारतीय क्रिकेट टीम और चेन्नई सुपर किंग्स के एक अन्य ऑलराउंडर दीपक चहर का मानना है कि उनके पास भी हार्दिक जैसी स्किल्स है.
दीपक बनना चाहते हैं नंबर वन ऑलराउंडर
स्पोर्ट्स तक से बातचीत करते हुए दीपक ने कहा कि, "प्रोसेस काफी आसान है. मैं जब भारत के लिए नहीं खेलता था, तब भी मैं इसी प्रोसेस को फॉलो करता था और यह अब भी बदला नहीं है. जब मैं अपनी स्टेट टीम के लिए संघर्ष कर रहा था, तब मैं अपने टीम के साथियों को कहा करता था कि एक दिन मैं भारत के लिए खेलूंगा, तो वो लोग मुझपर हंसते थे. मैंने तब भी अपने-आप पर भरोसा रखा और कहा कि अगर मैं 140 किमी. प्रति घंटा की रफ्तार के साथ गेंद को दोनों तरफ स्विंग करा पाया, तो मुझे बल्लेबाजों को आउट करने में कोई दिक्कत नहीं होगी. और अगर मैं थोड़ी बहुत बल्लेबाजी कर पाया तो भारतीय टीम में मेरी जगह जरूर बनेगी. चाहे वह अब बने या 10-15 साल बाद बने. मैं उस लेवल पर पहुंचना चाहता हूं और अगर मैं एक बार उस लेवल पर पहुंच गया तो परफॉर्मेंस भी आएगी और टीम में अपने-आप जगह भी बनेगी. मैं आज भी यही चाहता हूं कि मैं 140 की स्पीड के साथ गेंदबाजी कर सकूं, गेंद को दोनों तरफ स्विंग करा सकूं और बल्ले से योगदान दे सकूं."
उन्होंने इसके आगे कहा कि, "हार्दिक पांड्या को देखिए, वह ये तीनों चीज बखूबी कर सकते हैं. इस वजह से अभी से लेकर अगले 1-2 साल तक उनकी जगह कोई नहीं ले सकता है. वह नंबर-1 ऑलराउंडर हैं. ऐसे में अगर मैं या कोई भी ये तीनों चीज कर सकता है, तो टीम में उसकी जगह पक्की जरूर होगी."
दीपक चहर अगस्त 2022 के बाद से दो बड़ी चोट का सामना कर चुके हैं और भारतीय टीम में वापसी करने की प्लानिंग कर रहे हैं. वह चोट से ऊबर रहे हैं और अपनी फिटनेस पर भी काफी कर रहे हैं. चहर की इच्छा 2023 में होने वाले वनडे वर्ल्ड कप तक भारतीय टीम में अपनी जगह पक्की करने की है.