बड़ौदा क्रिकेट टीम से अलग हुए दीपक हूडा, पांड्या के साथ हुआ था झगड़ा, इरफान पठान ने जताई निराशा
इरफान पठान ने कहा, "कितने क्रिकेट संघ ऐसे खिलाड़ी को गंवा देते हैं जो भारतीय टीम के संभावित खिलाड़ियों की सूची में शामिल है. दीपक हूडा का बड़ौदा क्रिकेट टीम को छोड़कर जाना बड़ा नुकसान है."
इंडियन प्रीमियर लीग के 14वें सीज़न में पंजाब किंग्स के लिए खेल रहे मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज़ दीपक हूडा ने क्रणाल पांड्या के साथ मतभेदों के बाद बड़ौदा क्रिकेट टीम से नाता तोड़ लिया है. बड़ौदा क्रिकेट संघ (BCA) ने उन्हें अनापत्ति प्रमाण पत्र यानी NOC भी जारी कर दी है. बीसीए सचिव अजित लेले ने इसकी पुष्टि की.
बता दें कि बीसीए ने जनवरी में ‘अनुशासनहीनता’ और ‘खेल की प्रतिष्ठा को नुकसान’ पहुंचाने के लिए दीपक हूडा को पिछले घरेलू सत्र में निलंबित कर दिया था. हूडा सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी की शुरुआत से पहले शिविर छोड़कर चले गए थे. हूडा ने दावा किया था कि पांड्या ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया है.
26 साल के हूडा ने 2014 में प्रथम श्रेणी क्रिकेट में डेब्यू किया और 46 मैचों में नौ शतक और 15 अर्धशतक की मदद से 2,908 रन बना चुके हैं. वह दायें हाथ के आफ स्पिनर भी हैं. इस फॉर्मेट में उनके नाम 20 विकेट भी दर्ज हैं.
भारत के पूर्व तेज गेंदबाज इरफान पठान ने दीपक हूडा के जाने को ‘बड़ा नुकसान’ करार दिया है. पठान ने ट्वीट कर कहा, कितने क्रिकेट संघ ऐसे खिलाड़ी को गंवा देते हैं जो भारतीय टीम के संभावित खिलाड़ियों की सूची में शामिल है. दीपक हुड्डा का बड़ौदा क्रिकेट को छोड़कर जाना बड़ा नुकसान है. वह 10 और साल टीम को अपनी सेवा दे सकता था क्योंकि वह अभी युवा है. बड़ौदा का होने के कारण मैं इससे बेहद निराश हूं.
अब राजस्थान के लिए खेलेंगे हूडा
रिपोर्ट के मुताबिक, स्पिन ऑलराउंडर दीपक हूडा अब राजस्थान क्रिकेट संघ के लिए खेलते दिखेंगे. दरअसल, क्रुणाल पांड्या के साथ विवाद के चलते ही वह बिना किसी को बताए सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी की शुरुआत से पहले शिविर छोड़कर चले गए थे. इसके बाद ही ऐसे कयास लगाए जा रहे थे कि वह बड़ौदा का साथ छोड़ देंगे.