भारत का एक और क्रिकेट स्टेडियम अंतरराष्ट्रीय मुकाबले को आयोजित करने के लिए तैयार है. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) की विशेष समिति की जांच के बाद उत्तराखंड सरकार द्वारा तैयार किए गए देहरादून इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम का आधिकारिक तौर पर उद्घटान किया गया. आईसीसी समिति ने स्टेडियम को अंतर्राष्ट्रीय पैमानों के अनुरूप पाया और अपनी जांच के बाद इस मैदान को खेल के तीनों फॉर्मट में मैचों के आयोजन की मंजूरी दे दी.


समिति ने इसमें खिलाड़ियों की सुविधाओं, मीडिया और ब्रॉडकास्ट के जरूरी स्तर को अंतर्राष्ट्रीय मानकों का पाया.


उत्तराखंड की राजधानी में स्थित यह स्टेडियम रोलिंग पहाड़ियों और नदियों की प्रवाह के बिल्कुल सामने स्थित है. इस स्टेडियम में 25000 दर्शकों के बैठने की सुविधा है.


इस स्टेडियम में मैदान के अलावा रेस्टोरेंट, खुदरा, खाने के लिए हॉल और कॉन्फ्रेंस हॉल समेत अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध हैं. स्टेडियम अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा के मानकों पर भी खरा उतरा है. इस स्टेडियम से आपातकाल में दर्शकों को महज 8 मिनट के भीतर निकाला जा सकता है.


कोलाज डिजाइन द्वारा तैयार किया गया देहरादून अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम भारत का पहला लीड (ऊर्जा और पर्यावरण डिजाइन) गोल्ड मानक स्टेडियम है. कोलाज डिजाइन, भारत की अग्रणी खेल इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी है. कोलाज डिजाइन ने पहले भी भारत में पहली बार हुए फीफा अंडर-17 विश्व कप के लिए सभी छह स्टेडियमों (गोवा, गुवाहाटी, कोच्चि, कोलकाता, नवी मुंबई और नई दिल्ली) पर काम किया था.


इस सुविधा के निर्माण में किए गए प्रयासों का जिक्र करते हुए, कोलाज डिजाइन के सीईओ और संस्थापक रामकुमार सुब्रमण्यम ने कहा, "यह स्टेडियम बनाने और खेल सुविधाओं को तैयार करना एक कठिन काम है. इसमें काफी मेहनत लगी है. यह विशेष स्टेडियम उत्तराखंड सरकार के साथ हमारे गठबंधन के हिस्सेदारी से बनाया गया था. सरकार की ये चाहत थी कि ये स्टेडियम विश्व स्तरीय सुविधा के साथ-साथ कला का भी प्रदर्शन करे. सरकार की इस चाहत की वजह से ही हमनें ये स्टेडियम बनाया."


स्टेडियम को अफगानिस्तान क्रिकेट टीम का घरेलू मैदान के तौर पर चुना गया है और तीन , पांच और सात जून 2018 को वह इसी मैदान पर बांग्लादेश के खिलाफ तीन टी-20 मैचों की सीरीज खेलेगी.