Big Bash T20 पर क्रिकेट बेटिंग रैकेट का भंडाफोड़, दिल्ली पुलिस ने 10 सट्टेबाजों को किया गिरफ्तार
Big Bash T20: दिल्ली पुलिस ने बिग बैश लीग क्रिकेट मैचों पर सट्टा लगाने वाले एक बड़े गिरोह का भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने इस मामले में 10 लोगों को गिरफ्तार किया है.
Delhi Police Busted Cricket Betting Racket for BBL T-20: ऑस्ट्रेलिया की मशहूर क्रिकेट लीग 15 दिसंबर से शुरू हो गई है. इसका नाम बिग बैश लीग टी20 है. इस लीग की भारत में खूब चर्चा हो रही है. दरअसल, दिल्ली पुलिस ने बिग बैश लीग (BBL) के मैचों पर सट्टा लगाने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ किया है और 10 लोगों को गिरफ्तार किया है. ये आरोपी दिल्ली, उत्तर प्रदेश और राजस्थान से ताल्लुक रखते हैं. पुलिस ने करोल बाग के जोशी रोड पर चल रहे इस रैकेट का पर्दाफाश किया.
पुलिस छापेमारी और खुलासा
दिल्ली क्राइम ब्रांच के डिप्टी कमिश्नर संजय कुमार सैनी ने बताया कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि करोल बाग स्थित एक फ्लैट में सट्टेबाजी का काम चल रहा है. शनिवार सुबह 11:30 बजे पुलिस ने फ्लैट पर छापा मारा, जहां लाइव क्रिकेट मैच पर सट्टा लगाते हुए 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया.
जांच में पाया गया कि आरोपी बिग बैश लीग 2024-25 के सातवें टी20 मैच (होबार्ट हरिकेन्स बनाम पर्थ स्कॉर्चर्स) पर सट्टेबाजी कर रहे थे. गिरफ्तार किए गए मुख्य आरोपी राजू वैष्णव ने जोशी रोड स्थित यह फ्लैट ₹45,000 मासिक किराए पर लिया था. पुलिस के मुताबिक, राजू इस पूरे रैकेट का मास्टरमाइंड है.
पुलिस ने फ्लैट से 24 मोबाइल फोन, 5 लैपटॉप, एक एलईडी टीवी और सट्टेबाजी के रिकॉर्ड जब्त किए हैं.
A cricket betting racket operating in Karol Bagh on the Big Bash T-20 League was busted by ISC, @CrimeBranchDP
— Delhi Police (@DelhiPolice) December 22, 2024
♦️Ten arrested and 5 laptops, 24 mobile phones, an LED TV and betting tools seized
♦️The syndicate spanned in multiple states#DPUpdates pic.twitter.com/cDJq4PKhDQ
ऑनलाइन और ऑफलाइन सट्टेबाजी का नेटवर्क
इस रैकेट में ऑनलाइन और ऑफलाइन, दोनों माध्यमों का इस्तेमाल हो रहा था. ऑनलाइन सट्टेबाजी के लिए मुख्य आरोपी जागृत सहानी ने एक वेबसाइट से मास्टर आईडी खरीदी थी. वहीं, ऑफलाइन सट्टेबाजी के लिए यह समूह नोटपैड पर हिसाब रखता था.
- गिरफ्तार आरोपियों की जानकारी
- राजू वैष्णव (करोल बाग): रैकेट का मास्टरमाइंड और सुनार
- जागृत सहानी (सनी) (करोल बाग): सॉफ्टवेयर एक्सपर्ट
- परवेश कुमार (करोल बाग): दर्जी का काम छोड़ सट्टेबाजी में आया
- योगेश तनेजा (आगरा): पहले मेडिकल स्टोर पर काम करता था
- तरुण खन्ना (आगरा): मेडिकल स्टोर के जरिए सट्टेबाजी में जुड़ा
- मनीष जैन (जयपुर): पहले गैस स्टोव का काम करता था
- कुशल (पाली, राजस्थान): मोबाइल दुकान चलाता था
- गौतम दास (पाली, राजस्थान): मोबाइल दुकान का मालिक
- हरविंदर दयाल (आगरा): मोबाइल रिपेयर का काम करता था
- अजय कुमार (करोल बाग): कपड़ों की दुकान चलाता था
यह भी पढ़ें:
IND vs AUS: ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मेलबर्न में चौथा टेस्ट, टीम इंडिया का यहां कैसा रहा है रिकॉर्ड?