नई दिल्ली: टीम इंडिया के कोच रवि शास्त्री का मानना है कि महेंद्र सिंह धोनी भारतीय वनडे टीम का फिलहाल अभिन्न हिस्सा है और अपने से 10 साल जूनियर खिलाड़ियों से अधिक फिट और चुस्त हैं. उन्होंने यह भी कहा कि धोनी में खामियां तलाशने की बजाय आलोचकों को अपने करियर का विश्लेषण करना चाहिये.
पिछले कुछ अर्से में धोनी की बतौर बल्लेबाज काफी आलोचना हुई है हालांकि उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ सीरीज में उम्दा प्रदर्शन करके अपने आलोचकों को खामोश किया.
शास्त्री ने इंडिया टुडे से कहा ,‘‘ हम मूर्ख नहीं हैं. मैं पिछले 30-40 साल से यह खेल देख रहा हूं. विराट भी एक दशक से टीम का हिस्सा है. हमें पता है कि इस उम्र में भी धोनी 26 साल के खिलाड़ियों पर भारी है. जो लोग आलोचना कर रहे हैं, वे भूल गए हैं कि उन्होंने भी क्रिकेट खेला है .’’
विकेट के पीछे धोनी की मुस्तैदी का जवाब नहीं और मुख्य चयनकर्ता एमएके प्रसाद ने साफ तौर पर कहा कि युवा खिलाड़ियों में कोई भी उनके समकक्ष नहीं है. शास्त्री ने भी उनका समर्थन किया.
उन्होंने कहा ,‘‘ यदि वे खुद को आइने में देखें और सवाल करें कि वे 36 साल की उम्र में क्या थे. क्या वे दो रन इतनी तेजी से भाग सकते थे. जब तक वे दो रन लेते, धोनी तीन रन भाग लेता है. उसने दो विश्व कप जीते और 51 की औसत से. अभी तक वनडे टीम में उसकी जगह लेने लायक कोई विकेटकीपर नहीं है.’’
शास्त्री ने कहा कि धोनी का विकल्प तलाशना आसान नहीं है . उन्होंने कहा ,‘‘ वह भारत में ही नहीं , दुनिया में सर्वश्रेष्ठ में से एक है. उसके पास ऐसे गुण है जो बाजार में नहीं मिलते हैं . यह आपको कहीं और नजर नहीं आयेंगे.’’
उन्होंने कहा ,‘‘ वह टेस्ट क्रिकेट नहीं खेलता है जिसके मायने है कि वह 2019 विश्व कप तक क्रिकेट खेल सकता है.’’ आगामी दक्षिण अफ्रीका दौरे के बारे में उन्होंने कहा ,‘‘
हमारे लिये सभी विरोधी टीमें समान है . सभी विरोधियों का सम्मान करना चाहिये और हर मैच घरेलू मैच की तरह है . दक्षिण अफ्रीका दौरे पर भी ऐसा ही होगा . इस टीम के पास कुछ खास करने का मौका है . हम वहां जीतने के इरादे से ही जायेंगे .’’