भारतीय क्रिकेट टीम के महानतम कप्तानों में से एक महेंद्र सिंह धोनी आज 38 साल के हो गए हैं. बढ़ती उम्र के साथ हालांकि धोनी का खेल भी थोड़ा धीमा जरूर हुआ है लेकिन आज भी जब वह मैदान पर उतरते हैं तो विरोधी टीम के मन में उनका खौफ होता है.
मुश्किल में फंसे मैच को फिनिश करना, बल्लेबाज का क्रीज से पैर उठते ही उसे स्टंप करना या फिर बतौर कप्तान कूल अंदाज में रणनीति बनाना मैदान पर एक साथ इतनी भूमिकाओं में कोई हो सकता है तो वह धोनी हैं. धोनी एक क्रिकेटर ही वह अपने आप में एक युग हैं.
यही वजह है कि आईसीसी ने भी धोनी को अलग अंदाज में जन्मदिन की बधाई दी. आईसीसी ने धोनी को भारतीय क्रिकेट का चेहरा बदलने का तमगा दिया है.
आईसीसी ने धोनी की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर एक वीडियो शेयर कर लिखा, ''एक ऐसा नाम जिसने भारतीय क्रिकेट के चेहरे को बदल दिया. ऐसा नाम जो दुनियाभर के लाखों लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत है. ऐसा नाम जो विवादों से परे रहा है, महेन्द्र सिंह धोनी सिर्फ नाम नहीं है.''
इस वीडियो में भारतीय कप्तान विराट कोहली, तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह, इंग्लैंड के विकेटकीपर जोस बटलर, ऑलराउंडर बेन स्टोक्स और अफगानिस्तान के विकेटकीपर मोहम्मद शहजाद का धोनी को अपनी बात कही है.
इंग्लैंड के विकेटकीपर जोस बटलर ने कहा, ''जब मैं बड़ा हो रहा था तब वह मेरे आदर्श थे. मुझे मैदान में ‘मिस्टर कूल’ का अंदाज पसंद है, विकेट के पीछे वह बिजली की तरह फुर्तीले है. जब वह बल्लेबाजी करते है तब काफी शांत रहते हैं. मैच को वह जीत की तरफ ले जाने में माहिर हैं. वह इस खेल के लिए बहुत बड़े राजदूत हैं और मैं धोनी का बहुत बड़ा फैन हूं.''
इंग्लैंड के ऑलराउंड बेन स्टोक्स ने कहा, ''धोनी की तरह बेहतर कोई नहीं हो सकता. वह इस खेल के महान खिलाड़ियों में से एक है, शानदार विकेटकीपर है. मुझे नहीं लगता है कोई उनकी तरह बेहतर नहीं हो सकता है.''
आपको बता दें कि इंडियन प्रीमियर लीग में पुणे सुरपजाइंट्स की ओर से खेलते हुए स्टोक्स धोनी के साथ ड्रेसिंग रूम साझा कर चुके हैं.
अफगानिस्तान के क्रिकेट टीम विकेटकीपर बल्लेबाज मोहम्मद शहजाद ने कहा, ''धोनी का कूल अंदाज मुझे पसंद है. वह बेहतरीन हैं उनके जैसा दूसरा कोई नहीं.''
मौजूदा भारतीय कप्तान विराट ने कहा, ''आप बाहर से जो देखते हैं, वह इस बात से बहुत अलग है कि वह व्यक्ति कैसा है. वह हमेशा से शांत और एकाग्र रहे है, उनसे काफी कुछ सिखा जा सकता है. वह मेरे कप्तान थे और हमेशा रहेंगे. एक-दूसरे को लेकर हमारी समझ कमाल की है. मुझे उनके सुझाव का हमेशा से इंतजार रहता है.''
बुमराह ने कहा, ''2016 में जब मैं टीम में आया था तब वह कप्तान थे. यह जानकर मुझे बहुत राहत मिली. वह टीम को शांत रखते है और मदद के लिए हमेशा तैयार रहते हैं.''