नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम के सबसे सफलतम कप्तानों में से एक महेंद्र सिंह धोनी के लिए आज का दिन न सिर्फ मैच जीतने का बल्कि अपनी पुरानी यादों में खोने और उसे ताज़ा करने का एक मौका दे गया.



विजय हजारे ट्रॉफी के अंतर्गत खेले जा रहे मैच में जब धोनी ने अपनी झारखंड टीम को शानदार जीत दिलाई तो इसके गवाह ऐसे शख्स भी रहे जिनसे मिलकर धोनी की खुशी का ठिकाना नहीं रहा.



दरअसल माजरा ये है कि धोनी कभी भारतीय रेलवे में टीटीई की थे, किस्मत की देवी ने साथ दिया और बुलंदियों का सफर करते हुए देश के नामचीन क्रिकेटर बने.



लेकिन आज मैच के बाद उन्हें अपना अतीत खूब याद. हो भी क्यों न, जब धोनी कोलकाता के ईडन गार्डन्स में छत्तिसगढ़ के खिलाफ झारखंड की टीम कप्तानी कर रहे थे उनके खेल के जौहर को देखने और उनसे मिलने उनके वे पांच दोस्त आए जो जिनके साथ धोनी कभी पश्चिम बंगाल के खड़गपुर में टीटीई हुआ करते थे. धोनी के ये पांच दोस्त हैं रामू कुमार, आनंद कुमार, रॉबिन कुमार, सत्य प्रकाश कृष्णा. धोनी के जीवन पर बनी फिल्म 'एम एस धोनी: द अंटोल्ड स्टोरी' में भी उनके इन दोस्तों के बारे में दिखाया गया.



धोनी भी मिलने आए अपने दोस्तों तो निराश नहीं किया और छत्तिसगढ़ के खिलाफ तूफानी पारी खेलकर झारखंड की टीम को शानदार जीत दिलाई. एक समय पर झारखंड की टीम मात्र 57 रनों पर 6 विकेट गंवा गिए थे. निचले क्रम पर बल्लेबाजी करने आए धोनी 106 गेंदों में 129 रनों की ताबड़तोड़ पारी खेल टीम के स्कोर को 243 तक पहुंचा दिया.



धोनी की इस पारी को देखकर उनके दोस्त सत्य प्रकाश ने कहा, "अनहोनी को होनी कर दे वही है धोनी". मैच के बाद धोनी ड्रेसिंग रूम में अपने दोस्तों से मिले और उन्हें अपने होटल में डिनर पर भी बुलाया.