वेस्टइंडीज़ के खिलाफ विराट कोहली, रोहित शर्मा समेत कई खिलाड़ियों ने कई रिकॉर्ड्स अपने नाम किए. टीम इंडिया ने वनडे सीरीज़ पर भी 3-1 से कब्ज़ा जमाया. लेकिन सीरीज़ के पांचों वनडे खेलने वाले टीम इंडिया के पूर्व कप्तान एमएस धोनी एक बड़ी उपलब्धि हासिल करने चूक गए.


जी हां, एमएस धोनी इस सीरीज़ में भारत के लिए 10 हज़ार वनडे रन पूरे करने वाले बल्लेबाज़ बन सकते थे. लेकिन उनसे चूक हो गई और इसका खामियाज़ा अब ये है कि धोनी अब इस वर्ष यानि की साल 2018 में ये मकाम हासिल नहीं कर पाएंगे. साल 2018 में टीम इंडिया का ये आखिरी वनडे मैच था और अब अगले वनडे के लिए धोनी को अगले साल ऑस्ट्रेलिया दौरे का इंतज़ार करना होगा.


धोनी को इस खास उपलब्धि को हासिल करने के लिए बीते दिन सीरीज़ के आखिरी वनडे में महज़ एक रन की दरकार थी. लेकिन किस्मत को ये मंजूर नहीं था क्योंकि आखिरी वनडे में पहले मेहमान टीम वेस्टइंडीज़ ने बेहद कम स्कोर 104 रन बनाया. इसके बाद रोहित और विराट ने 99 रनों की नाबाद साझेदारी कर बाकी बल्लेबाज़ों को क्रीज़ पर आने का मौका ही नहीं दिया.


वैसे भी धोनी के पास इस मुकाबले से पहले भी भारत के लिए वनडे में 10 हज़ार रन पूरे करने का मौका था लेकिन वो इससे चूक गए. सीरीज़ के पांच मुकाबलों में धोनी ने कुल 50 रन बनाए. जिसकी वजह से उनकी आलोचना भी हुई.


धोनी के पास अब अगली सीरीज़ से पहले एक बार फिर से धमाकेदार वापसी करने के लिए पर्याप्त समय है क्योंकि अब वेस्टइंडीज़ के खिलाफ टी20 टीम का हिस्सा नहीं है. जबकि इसके बाद ऑस्ट्रेलिया में भी पहले टी20 है जहां पर धोनी नहीं दिखेंगे. इसके बाद ऑस्ट्रेलिया में लंबी टेस्ट सीरीज़ के बाद जनवरी महीने में वनडे सीरीज़ के लिए धोनी की टीम में वापसी हो सकती है.


धोनी के पास अब लगभग 2-3 महीने का वक्त है जिसमें वो एक बार फिर से पुरानी लय में लौटकर वापसी कर सकते हैं.