टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की वापसी पर सवालिया निशान बना हुआ है. धोनी ने पिछले साल जुलाई के बाद से क्रिकेट के मैदान पर कदम नहीं रखा है. धोनी इस साल आईपीएल के 13वें सीजन से क्रिकेट के मैदान पर वापसी करने वाले थे, लेकिन कोरोना वायरस की वजह से लीग अनिश्चितकाल के लिए टल गई. बीसीसीआई के पूर्व चीफ सिलेक्टर एमएसके प्रसाद ने धोनी की वापसी को लेकर कोई साफ राय नहीं दी है.


एमएसके प्रसाद एक फैन के तौर पर आईपीएल के शुरू होने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. उन्होंने कहा, ''धोनी के फैन के तौर पर मैं उन्हें आईपीएप में खेलते हुए देखना चाहता हूं. हालात ऐसे हैं कि आईपीएल को टाला गया है. अब देखते हैं कि आगे क्या होता है.''


प्रसाद ने के एल राहुल के कीपिंग करने पर खुशी को जाहिर की है, पर साथ ही एक बात की चिंता भी जताई है. प्रसाद ने कहा, ''राहुल विकेटकीपर के तौर पर अच्छा कर रहे हैं. लेकिन ज्यादा समय तक ऐसा करना उनके लिए शायद अच्छा ना रहे. राहुल ने घरेलू क्रिकेट में रन बनाकर टीम इंडिया में वापसी की है.''


प्रसाद ने माना है कि रिषभ पंत पर धोनी का रिप्लेसमेंट होने की वजह से अतिरिक्त दबाव है. बता दें कि एमएसके प्रसाद ने ही पिछले साल वनडे वर्ल्ड कप के बाद रिषभ पंत को तीनों फॉर्मेट में धोनी का विकल्प बताया था. हालांकि पंत को जो मौके मिले हैं वह उन्हें पूरी तरह से भुनाने में कामयाब नहीं हो पाए.


धोनी की बात करें तो टीम इंडिया में उनकी वापसी बहुत हद तक आईपीएल की फॉर्म पर निर्भर है. अगर इस साल आईपीएल का आयोजन नहीं होता है तो शायद टीम इंडिया के पूर्व कप्तान को मैदान पर बिना लौटे ही क्रिकेट को अलविदा कहना पड़ सकता है.


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