240 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी टीम इंडिया की शुरुआत बेहद खराब रही और उसने 5 रन पर ही रोहित, विराट और राहुल के विकेट गंवा दिए. इसके बाद पंत ने एक छोर से पारी को संभालने की कोशिश की, लेकिन 92 रन तक पहुंचते पहुंचते कार्तिक, पंत और पांड्या भी पवेलियन लौट गए.
6 विकेट गिरने के बाद टीम इंडिया की हार तय लग रही थी. लेकिन तभी धोनी के साथ जडेजा ने मोर्चा संभालते हुए 116 रन की पार्टनरशिप की और टीम को जीत के बेहद करीब ला दिया. जडेजा के 77 रन बनाकर आउट होने के बाद सारी उम्मीदें धोनी से थी.
जिस वक्त जडेजा आउट हुए तब टीम इंडिया को जीत के लिए 32 रन की जरूरत थी और एक छोर पर धोनी खड़े थे. जडेजा के आउट होते ही धोनी भी प्रेशर में आ गए और सिर्फ 4 गेंद बाद ही दो रन लेने के चक्कर में 50 रन बनाकर आउट हो गए. धोनी का आउट होना टीम इंडिया की हार की सबसे बड़ी वजह बना.
धोनी के आउट होने के बाद न्यूजीलैंड की जीत महज औपचारिकता रह गई थी और न्यूजीलैंड ने आखिरी ओवर की दूसरी गेंद पर इंडिया को ऑल आउट करके मैच जीत लिया.