भारतीय क्रिकेट टीम से बाहर चल रहे विकेटकीपर बल्लेबाज़ दिनेश कार्तिक का मानना है कि टेस्ट क्रिकेट में स्ट्राइक रेट की बात करना बकवास है. उन्होंने मौजूदा भारतीय टीम के प्रमुख बल्लेबाज़ चेतेश्वर पुजारा का उदाहरण देते हुए कहा कि उन्होंने दिखा दिया है कि पांच दिन के इस फॉर्मेट में स्ट्राइक रेट की बात करना ‘सरासर बकवास’ है. 


कार्तिक ने 'स्टार स्पोटर्स' से कहा, "मुझे लगता है कि टेस्ट में स्ट्राइक रेट की बात एकदम बकवास है. चार दिन के भीतर खत्म होने वाले टेस्ट मैचों की संख्या 80 से 82 प्रतिशत होगी तो स्ट्राइक रेट की चिंता क्यों करना. खिलाड़ी को अपने हिसाब से खेलने दीजिये जब तक वह भारत को टेस्ट मैच जिता रहा है."


कार्तिक ने कहा, "हमने पिछली घरेलू सीरीज़ में कुछ कठिन हालात में खेला. किसी के खेल का आकलन हमेशा आंकड़ों के आधार पर नहीं किया जा सकता. सिडनी टेस्ट को ही देख लीजिए, पुजारा ने शरीर पर कितने प्रहार झेले."


उन्होंने आगे कहा कि केकेआर के मेरे साथी खिलाड़ी पैट कमिंस ने आईपीएल के दौरान मुझसे कहा था कि भारत की हार और ड्रॉ के बीच एक ही खिलाड़ी था, और वह थे चेतेश्वर पुजारा. जितनी देर भी वह क्रीज पर रहा, उसने शरीर पर प्रहार झेले. 


कार्तिक ने विराट कोहली और केन विलियमसन की कप्तानी शैली के बारे में भी बात की. उन्होंने कहा, "इसे हम आग और पानी की संज्ञा दे सकते हैं. विराट आग है तो केन पानी की तरह कूल. आपको एक ओवर में 32 रन चाहिये और वह फिर भी ऐसे मुस्कुराता है, मानो सब बहुत आसान है."


वहीं कोहली की बात करते हुए उन्होंने कहा, दूसरी ओर विराट है. अगर आपने गलती की तो वह आपको बख्शेगा नहीं. दोनों के साथ खेलने का अलग मजा है. हालांकि, दोनों की शैली एकदम अलग है. 


गौरतलब है कि दिनेश कार्तिक 18 जून से शुरू होने वाले भारत और न्यूजीलैंड के बीच विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल में कमेंट्री करेंगे. इस मैच में पुजारा की भूमिका अहम होगी.