दिग्गज क्रिकेटर दिनेश कार्तिक क्रिकेट को अलविदा कहे बिना ही नई भूमिका में नज़र आ रहे हैं. इंडिया और न्यूजीलैंड के बीच खेले गए वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के जरिए दिनेश कार्तिक ने कमेंट्री की दुनिया में कदम रखा है. कमेंट्री को हालांकि क्रिकेटर्स के लिए संन्यास के बाद के विकल्प के रूप में देखा जाता है. लेकिन दिनेश कार्तिक का कहना है कि वह इस धारणा को बदलना चाहते थे. 


दिनेश कार्तिक हालांकि कमेंट्री में हाथ आजमाने के बाद से ही चर्चा में बने हुए हैं. डब्लूटीसी फाइनल में भी दिनेश कार्तिक के सधे हुए आंकलन की हर किसी ने तारीफ की. कार्तिक ने कहा कि माइक्रोफोन पर बात करना क्रिकेट खेलने से कहीं ज्यादा आसान है लेकिन इसमें अपनी ही चुनौतियां होती हैं.


दिनेश कार्तिक के लिए माइकल एथरटन और नासिर हुसैन जैसे अनुभवी कमेंटेटरों के साथ खेल की चर्चा का अनुभव काफी अच्छा रहा. सोशल मीडिया पर भी 36 साल के इस भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज की कमेंट्री की तारीफ हुई.


विवाद में घिरे दिनेश कार्तिक


दिनेश कार्तिक ने कहा कि डब्लूटीसी फाइनल में डेब्यू करने वाले वह अकेले ही थे. दिनेश कार्तिक ने कहा, ''मैं उस धारणा को बदलना चाहता था जिसमें माना जाता है कि कमेंट्री सिर्फ क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद ही की जा सकती है. 


दिनेश कार्तिक को हालांकि कमेंट्री में डेब्यू करने के कुछ वक्त बाद ही विवाद का सामना करना पड़ा. कार्तिक ने हालांकि अपने विवादित बयान के लिए माफी मांग ली है.


दिनेश कार्तिक इंडियन प्रीमियर लीग के 14वें सीजन में कोलकाता नाइटराइडर्स का हिस्सा हैं. वह टीम इंडिया के साथ ही इंग्लैंड से सीधे यूएई रवाना होंगे. दिनेश कार्तिक भारत और इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के दौरान भी कमेंटेटेर की भूमिका निभाते नजर आयेंगे.


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