कोरोना वायरस की वजह से इंडियन प्रीमियर लीग के 13वें सीजन को अनिश्चितकाल के लिए टाल दिया गया है. आईपीएल नहीं होने की वजह से कोलकाता नाइटराइडर्स के कप्तान दिनेश कार्तिक घर पर ही वक्त गुजार रहे हैं. हालांकि दिनेश कार्तिक के अपने उस दर्द को बयां किया है जो आईपीएल के पहले सीजन में उन्हें मिला. दिनेश कार्तिक को उम्मीद थी कि लोकल खिलाड़ी होने के चलते चेन्नई सुपर किंग्स उन पर दांव लगाएगी, पर ऐसा नहीं हुआ था.
कार्तिक ने बताया कि वह तमिलनाडु का बड़ा नाम थे और इसलिए पूरी तरह से आश्वस्त थे कि चेन्नई की फ्रेंचाइजी उन्हें अपनी टीम में शामिल करेगी. लेकिन चेन्नई ने महेंद्र सिंह धोनी को खरीदा और कार्तिक इंतजार करते रह गए. कर्तिक ने कहा, "2008 में मैं आस्ट्रेलिया में था और नीलामी हो रही थी. मैं उस समय तमिलनाडु का बड़ा नाम था और देश के लिए भी क्रिकेट खेल रहा था. मुझे पूरी उम्मीद थी कि चेन्नई सुपर किंग्स मुझे खरीदेगी. सवाल यह था कि क्यो वो मुझे कप्तान बनाएगी या नहीं.''
धोनी के खरीदे जाने पर हुए हैरान
कार्तिक ने कहा कि चेन्नई ने जब धोनी पर दांव लगाया तो वह हैरान रह गए. उन्होंने कहा, ''चेन्नई ने पहला खिलाड़ी जो खरीदा वो थे महेंद्र सिंह धोनी, 15 करोड़ रुपये में और वह मेरे साथ कॉर्नर में बैठे थे. उन्होंने मुझे बताया भी नहीं कि चेन्नई उन्हें खरीदने वाली है."
उन्होंने कहा, "शायद वो जानते नहीं थे. लेकिन मेरे दिल पर यह सबसे बड़ी चोट थी. मैंने सोचा कि वो लोग मुझे बाद में खरीद लेंगे. 13 साल हो गए और मैं अभी तक चेन्नई सुपर किंग्स के बुलावे का इंतजार कर रहा हूं."
कार्तिक ने आईपीएल में कई टीमों से खेला है. वह दिल्ली डेयरडेविल्स, किंग्स इलेवन पंजाब, मुंबई इंडियंस के लिए खेल चुके हैं और अब कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए खेल रहे हैं. आईपीएल में बेहद कामयाब खिलाड़ी होने के बावजूद कार्तिक को आज तक अपनी होम टीम के लिए खेले जाने का इंतजार है.
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