' मुझे लगता है कि रिटायरमेंट का फैसला क्रिकेटर का खुद का फैसला है. आप जब तक खेलना चाहते हैं आप खेल सकते हैं लेकिन यहां आपको अपना भविष्य भी देखना होता है. और मुझे नहीं लगता कि धोनी अगला वर्ल्ड कप खेल पाएंगे.'
उन्होंने आगे कहा कि, ' कोई भी कप्तान हो उसमें ये हिम्मत होनी चाहिए कि अगर कुछ अच्छा नहीं चल रहा तो वो सीधे मुंह पर बोले. अब समय आ चुका है कि हम युवा बल्लेबाजों को आने वाले 4 या 5 साल में तैयार करें. क्योंकि ये अकेले सिर्फ धोनी के बारे में नहीं है ये पूरे देश की बात है.'
गंभीर ने आगे कहा कि अगर हमें अगला वर्ल्ड कप जीतना है तो ऐसे में नए खिलाड़ियों को तैयार करना होगा. इसमें पंत और सैमसन हैं. उन्हें मौके मिलने चाहिए. आसान शब्दों में कहूं तो भारतीय क्रिकेट को धोनी से हटकर सोचना होगा.