BCCI New Selection Criteria: श्रीलंका के लिए हाल ही में हुए टीम इंडिया के चयन (Team India Selection) से एक बात साफ हो गई है और वह यह है कि महज IPL में दमदार प्रदर्शन आपको टीम इंडिया में जगह नहीं दिलाएगा, भारतीय टीम की जर्सी पहनने के लिए आपको घरेलू टूर्नामेंट में भी अच्छा प्रदर्शन करना होगा. शिवम मावी (Shivam Mavi) और मुकेश कुमार (Mukesh Kumar) का चयन टीम इंडिया के नए सिलेक्शन मानदंड को दर्शा रहा है. BCCI की रविवार को हुई मीटिंग में सामने आए कुछ फैसले भी यही इशारा कर रहे हैं.


BCCI ने चयन प्रक्रिया में 'यो-यो' और 'डेक्सा' को भी शामिल कर लिया है. इन टेस्ट के जरिए खिलाड़ियों का फिटनेस लेवल पता करने के बाद ही उन्हें टीम इंडिया में जगह मिलेगी. रविवार को हुई हाई-लेवल बीसीसीआई रिव्यू मीटिंग में यह फैसला लिया गया. यह मीटिंग एशिया कप के बाद टी20 वर्ल्ड कप में टीम इंडिया के फ्लॉप प्रदर्शन का रिव्यू करने के लिए रखी गई थी. इस मीटिंग में अन्य कई बड़े फैसले भी लिए गए जो टीम इंडिया में सिलेक्शन को लेकर बेहद अहम साबित होने वाले हैं.


वनडे वर्ल्ड कप के लिए 20 खिलाड़ी शॉर्टलिस्ट
रिव्यू मीटिंग में BCCI इस साल भारत में होने वाले वर्ल्ड कप के लिए 20 खिलाड़ियों को शॉर्टलिस्ट कर चुकी है और वर्ल्ड कप तक वनडे मुकाबलों में इन्हें रोटेशन पॉलिसी के आधार पर प्लेइंग-11 का हिस्सा बनाया जाएगा. इस मीटिंग में कप्तान रोहित शर्मा और कोच राहुल द्रविड़ समेत BCCI अध्यक्ष रोजर बिन्नी, सचिव जय शाह, एनसीए चीफ वीवीएस लक्ष्मण और चयन समिति के अध्यक्ष चेतन शर्मा मौजूद थे.


घरेलू क्रिकेट में प्रदर्शन से खुलेगे टीम इंडिया में चयन के रास्ते
मीटिंग के बाद जय शाह ने कहा कि BCCI ने 20 खिलाड़ियों को शॉर्टलिस्ट किया है, जो 50 ओवरों के वर्ल्ड कप तक रोटेट किए जाते रहेंगे. उन्होंने यह भी कहा कि इन 20 खिलाड़ियों के अलावा घरेलू क्रिकेट में प्रदर्शन के आधार पर भी खिलाड़ियों को वर्ल्ड कप स्क्वाड का हिस्सा बनाने का विकल्प मौजूद रहेगा. शाह ने बताया कि नेशनल क्रिकेट अकेडमी खिलाड़ियों की फिटनेस को लेकर फाइनल रिपोर्ट देगी और इसी के आधार पर उनका भारतीय टीम में चयन होगा. 


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