क्रिकेट के मैदान पर जब भी भारत-पाकिस्तान का मैच होता है, तो दोनों देशों के लोग जीत की दुआएं मांगने लगते हैं. सड़कें खाली हो जाती हैं. दोनों देशों के फैंस टीवी से चिपक जाते हैं. कोई भी इस हाई-वोल्टेज़ मैच की एक भी गेंद को मिस नहीं करना चाहता. ऐसे में अगर उस मैच में तीन घंटे की देरी हो जाए और उसकी वजह भी दर्शक ही हों तो, हैरान होना तो बनता ही है. जी हां आज हम आपको भारत-पाकिस्तान के एक ऐसे ही मैच के बारे में बताने जा रहे हैं. जब दर्शकों की वजह से भारत-पाकिस्तान मैच को 3 घंटे तक रोकना पड़ा था.


कब हुआ था ये मैच?


भारत और पाकिस्तान के बीच ये मैच कोलकाता के ईडन गार्डन्स मैदान पर खेला जा रहा था. हालांकि ये एक वनडे नहीं बल्कि टेस्ट मैच था. लेकिन ईडन गार्डन्स में टेस्ट मैच देखने के लिए भी खूब दर्शक मैदान पर उतरे थे. इस टेस्ट मैच (16-20 फरवरी 1999) को खेला जा रहा था.


पहले चार दिन करीब एक लाख दर्शकों से ईडन खचाखच भरा रहा. आखिरी दिन जब भारत की दूसरी पारी में सिर्फ चार विकेट बचे थे, तब भी स्टेडियम में 65,000 लोग मौजूद थे. इतने दर्शकों की मौजूदगी ने टेस्ट में 63 साल के रिकॉर्ड को तोड़ दिया था.


क्यों 3 घंटे रुका मैच?


मैच के पहले तीन दिन बिना किसी घटना के बीते और भारत एक यादगार जीत की राह पर दिखाई दिया. पाकिस्तान की पहली पारी 185 रन पर सिमटी गई. भारत भी पहली पारी में बहुत बड़ा स्कोर नहीं बना सका और पाकिस्तान ने टीम इंडिया को 223 रनों पर समेट दिया. भारत के पास 38 रनों की बढ़त थी.


पाकिस्तान ने अपनी दूसरी पारी में 316 रन बनाए. इस मैच को जीतने के लिए भारत को 279 रनों का लक्ष्य मिला, मैच में दो दिन बचे थे. चौथे दिन दोपहर तक भारत ने अच्छी शुरुआत के बाद 143/2 का स्कोर कर लिया था. वीवीएस लक्ष्मण (67) के आउट होने के बाद भारी शोर के बीच चौथे नंबर पर सचिन उतरे थे. उस वक्त स्टेडियम में मैच देख रहे करीब एक लाख दर्शक मौजूद थे.


रन आउट से मचा बवाल


पारी के 43वें ओवर में सचिन विवादास्पद तरीके से रन आउट हो गए. वसीम अकरम की गेंद पर सचिन ने शॉट खेला और रन लेने के लिए दौड़े, लेकिन जब सचिन रन ले रहे थे, तो बीच में शोएब अख्तर आ गए और सचिन क्रीज़ तक नहीं पहुच पाए. सचिन को रन आउट करार दे दिया गया. इसके बाद दर्शकों ने हंगामा कर दिया. गुस्साए लोग किसी भी हद तक जाने के लिए तैयार थे, आखिरकार 65 हजार दर्शकों को निकालकर खाली स्टेडियम में मैच कराना पड़ा.


पूरे स्टेडियम में शोएब अख्तर के खिलाफ चीटर-चीटर के नारे लगने लगे. अख्तर पर बोतलों के अलावा और कई चीजें फेंकी गईं. आखिरकार अंपायरों ने समय से पहले ही चाय की घोषणा कर दी. पाकिस्तानी खिलाड़ी अंदर ले जाए गए. लेकिन गुस्साए दर्शकों ने अपना 'काम' जारी रखा. वे मैदान पर फल और बोतलें फेंकते रहे.


जब सचिन ने दर्शकों  को शांत कराया


आखिरकार खुद सचिन को लोगों को शांत कराने मैदान में आना पड़ा. सचिन की वजह से लोग मान गए. 67 मिनट के बाद दोबारा खेल शुरू हो पाया. पांचवें दिन भारतीय टीम 214/6 के स्कोर से आगे खेलने उतरी, लेकिन दिन के नौवीं गेंद पर सौरव गांगुली आउट हो गए. फिर क्या था दर्शकों ने स्टेडियम में अखबार जलाना शुरू कर दिया. इसी बीच 231के स्कोर पर का 9वां विकेट भी गिर गया. इसके बाद लोग ज्यादा आक्रामक हो गए थे और मैदान में पत्थर फेंकने लगे थे.


फिर भड़के दर्शक


दर्शकों के गुस्से से लग रहा था कि वह भारतीय टीम को ऑल आउट होते देखना नहीं चाहते थे, दंगे जैसे हालात थे. ऐसे में मैच असंभव हो गया था. इसके बाद पुलिस ने मोर्चा संभाला. जैसे भी हो पाया करीब 65 हजार दर्शकों को स्टेडियम से बाहर किया गया. करीब तीन घंटे बाद महज 200 लोगों की मौजूदगी में मैच फिर शुरू हुआ. मैच देखने वालों में अधिकारी, वीआईपी, पत्रकार और पुलिसवाले थे.


इस गुस्से की वजह पाकिस्तान से हार नहीं थी, बल्कि दर्शक तो सचिन को इस तरह आउट दिए जाने से गुस्सा थे. आखिरकार आखिरी विकेट के रूप में वेंकटेश प्रसाद का विकेट गिरा. भारतीय टीम 232 रनों पर सिमट गई और पाकिस्तान ने यह मैच 46 रनों से जीत लिया.लेकिन इस मैच को हमेशा के लिए उस विवादास्पद रन आउट के लिए याद किया जाएगा. इसके साथ ही साथ इस मुकाबले को दर्शकों के खराब बर्ताब के लिए भी याद किया जाएगा.


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