Duleep Trophy 2024: 20 महीने बाद फर्स्ट क्लास में वापसी करेंगे ऋषभ पंत, सामने खड़ी है ये चुनौतियां
India A vs India B: ऋषभ पंत के लिए दलीप ट्रॉफी काफी अहम होने वाली है, क्योंकि वह करीब 20 महीने बाद फर्स्ट क्लास क्रिकेट में वापसी करने जा रहे हैं. लेकिन उनके सामने कई चुनौतियां भी है.
Rishabh Pant Comeback Match in Duleep Trophy 2024: भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत लंबे समय के बाद फर्स्ट क्लास क्रिकेट में वापसी करने जा रहे हैं. करीब 20 महीने के अंतराल के बाद पंत 5 सितंबर को दिलीप ट्रॉफी में टीम ए बनाम टीम बी के बीच होने वाले मैच में खेलेंगे. पंत भारत के महान टेस्ट विकेटकीपर-बल्लेबाज माने जाते हैं, जिन्होंने दक्षिण अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड जैसी विदेशी धरती पर शतक जड़े हैं. 30 दिसंबर 2022 को हुई दुर्घटना के बाद यह मैच पंत की रेड बॉल क्रिकेट में पहली वापसी होगी.
दिलीप ट्रॉफी में पंत से उम्मीदें
लोगों को दलीप ट्रॉफी में ऋषभ पंत से बड़े रन की उम्मीद है, लेकिन सवाल यह है कि क्या यह संभव है? वापसी के बाद से पंत ने 25 मैच खेले हैं, जिनमें से 24 टी20 मैच थे. टी20 का प्रदर्शन लाल गेंद की क्रिकेट के लिए उनकी तैयारी का सही आकलन नहीं हो सकता. फिर भी कुछ समस्याएं देखी गई हैं. पंत के हाथ और आंख का मेल थोड़ा धीमा लगता है, जो आईपीएल 2024 में भी साफ दिखा. हालांकि, उन्होंने दिल्ली कैपिटल्स के लिए शानदार बल्लेबाजी की और टीम के सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी रहे. लेकिन श्रीलंका दौरे पर, खासकर टी20 और वनडे मैचों में, वे जंग खाए हुए नजर आए.
दिलीप ट्रॉफी में पंत की परीक्षा
दिलीप ट्रॉफी में ऋषभ पंत का सामना कुलदीप यादव, आकाशदीप, प्रसिद्ध कृष्णा, खलील अहमद और आवेश खान जैसे गेंदबाजों से होगा. ये सभी गेंदबाज भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं और इनमें से तीन टेस्ट क्रिकेट भी खेल चुके हैं. पंत ने लाल गेंद के क्रिकेट में भारत के लिए शानदार प्रदर्शन किया है, लेकिन यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या वह इस चुनौती के लिए तैयार हैं. सभी की निगाहें उनकी वापसी पर होंगी और यह मैच उनके क्रिकेट करियर का अहम मोड़ साबित हो सकता है.
पंत के सामने आने वाली चुनौतियां
ऋषभ पंत के लिए यह वापसी आसान नहीं होगी. एक तरफ उनके सामने ध्रुव जुरेल, केएस भरत, ईशान किशन और केएल राहुल जैसे प्रतिस्पर्धी होंगे, जो पंत की गैरमौजूदगी में टीम इंडिया के लिए खेल चुके हैं. इनमें ध्रुव जुरेल ने बल्ले और दस्तानों दोनों से शानदार प्रदर्शन किया है. वहीं पंत की सबसे बड़ी चुनौती खुद पंत हैं. पंत ने टेस्ट क्रिकेट में ऊंचा बेंचमार्क स्थापित किया है, जहां उनके पांच में से चार शतक विदेशी धरती पर आए हैं, जो कोई अन्य भारतीय विकेटकीपर हासिल नहीं कर सका है. पंत ने अपने आखिरी टेस्ट मैच (93 और 9) में 102 रन बनाए और उनसे हमेशा बड़े प्रदर्शन की उम्मीद की जाती है. अगर वह हादसा नहीं हुआ होता तो पंत शायद अब तक एंडी फ्लावर और एडम गिलक्रिस्ट जैसे महान खिलाड़ियों के करीब पहुंच गए होते.
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