ईसीबी की रोटेशन नीति सवालों के घेरे में आई, बोर्ड पर जमकर बरसा दिग्गज खिलाड़ी
इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड की रोटेशन नीति सवालों के घेरे में है. इंग्लैंड को इंडिया और न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में हार का सामना करना पड़ा. दोनों सीरीज में मिली हार के लिए दिग्गज खिलाड़ी बोर्ड को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं.
इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड अपनी रोटेशन नीति के चलते सवालों के घेरे में है. इंग्लैंड के पूर्व कप्तान एलिस्टेयर कुल ने ईसीबी को रोटेशन नीति के लिए जमकर लताड़ा है. कुक का मानना है कि रोटेशन नीति की वजह से ही इंग्लैंड को न्यूजीलैंड के हाथों टेस्ट सीरीज में 0-1 से हार का सामना करना पड़ा.
कुक का मानना है कि ईसीबी के कदम से टीम का बैलेंस खराब हुआ. कुक ने कहा, "यह काफी निराशाजनक है. इंग्लैंड ने खुद को कठिन परिस्थिति में डाला है. सबकुछ सही चल रहा था और इंग्लैंड ने श्रीलंका के खिलाफ सीरीज जीती और भारत के खिलाफ 1-0 से आगे थी. लेकिन खिलाड़ियों को आराम और रोटेट किया गया जिससे टीम का संतुलन बिगड़ गया."
बेन स्टोक्स और तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर चोट के कारण न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए उपलब्ध नहीं थे. लेकिन कई बड़े खिलाड़ियों को ईसीबी के रोटेशन नीति के कारण न्यूजीलैंड के खिलाफ दो मैचों की टेस्ट सीरीज में मौका नहीं दिया.
रूट नहीं चुन पा रहे हैं अपनी पसंद की टीम
कुक ने आगे कहा, "आपके पास जोए रूट के रूप में टेस्ट कप्तान है जो अपनी पसंद की टीम नहीं चुन पा रहा है. यह फैसला सही नहीं नजर आ रहा है. जाहिर है कि वे सही कारणों की वजह से सही फैसले लेने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन जब आप इंग्लैंड के लिए खेल रहे हैं तो आपको अंत में नतीजे से जज किया जाएगा."
कुक का मानना है कि ईसीबी का कदम रूट के लिए अच्छा नहीं है. उन्होंने कहा, "मुझे रूट के लिए बुरा लगता है क्योंकि वह सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों का चयन नहीं कर पा रहे हैं. आप स्टोक्स, जोस बटलर, जॉनी बेयरस्टो और मोइन अली जैसे अनुभवी खिलाड़ियों को बाहर नहीं रख सकते हैं. ये खिलाड़ी बड़ा बदलाव लाते हैं."
बता दें कि यह पहला मौका नहीं है जब ईसीबी की रोटेशन नीति सवालों के घेरे में आई है. इंडिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में हार के बाद भी इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड की रोटेशन नीति की आलोचना हुई थी.
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