कोरोना वायरस की वजह से पिछले दो महीने से क्रिकेट नहीं खेला जा रहा है. महामारी के कहर को देखते हुए कम से कम जुलाई तक क्रिकेट के आयोजन की कोई संभावना नहीं दिख रही है. इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड ने इस साल शुरू होने वाली द हंड्रेड लीग को पहले ही एक साल के लिए टालने का एलान कर दिया था. ईसीबी के इस कदम की गाज अब सीधे खिलाड़ियों पर गिरी है और द हंड्रेड लीग के लिए जिन क्रिकेटर्स के साथ कॉन्ट्रैक्ट साइन हुए थे उनके सबके करार रद्द कर दिए हैं.
पिछले सप्ताह ही ईसीबी ने द हंड्रेड के पहले संस्करण को अगले साल तक के लिए टाल दिया है. यह 100 गेंदों का टूर्नामेंट आठ टीमों के बीच खेला जाना है. इसके लिए सभी आठ पुरुष टीमों ने अपनी खिलाड़ी चुन लिए थे जबकि महिला टीमें खिलड़ियों का चयन कर रही थीं.
अब जबकि लीग में एक साल की देरी हो रही है तो बोर्ड ने खिलाड़ियों के अनुबंध को भी समाप्त कर दिया है. ईसीबी ने कहा, "हम इस बात की पुष्टि करते हैं कि सभी खिलाड़ियों को अनुबंध समाप्त करने को लेकर पत्र भेजा जा चुका है."
बयान के मुताबिक, "यह पत्र कानूनी तौर पर खिलाड़ियों को स्थिति के बारे में सूचित करने को लेकर जरूरी था." बता दें कि इंग्लैंड में जुलाई तक पूरी तरह से प्रोफेशनल क्रिकेट पर रोक लगा दी गई है. पहले यह रोक 28 मई तक लगाई गई थी, लेकिन हालात ज्यादा गंभीर होने के चलते इसे जुलाई तक बढ़ा दिया गया.
काउंटी में भी रद्द हुए कॉन्ट्रैक्ट
द हंड्रेड लीग के अलावा काउंटी क्रिकेट में भी खिलाड़ियों के कॉन्ट्रैक्ट रद्द होने शुरू हो गए हैं. इग्लैंड क्रिकेट काउंटी क्लब ग्लोसेस्टशायर ने अफगानिस्तान के लेग स्पिनर कैस अहमद और आस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज एंड्रयू टाई के साथ अपने कॉउंटी कॉन्ट्रैक्ट को रद्द कर दिया है. इसके अलावा अश्विन जैसे कुछ खिलाड़ी आपसी सहमति से काउंटी टीमों के साथ अपने कॉन्ट्रैक्ट खत्म कर चुके हैं.
अफरीदी का एक ऐसा वर्ल्ड रिकॉर्ड, जिसे तोड़ने में छूट जाएंगे रोहित, कोहली और वॉर्नर के पसीने