इंग्लैंड और भारत के बीच चौथा टेस्ट मैच गुरुवार से साउथैंपटन में खेला जाएगा. इस मुकाबले से पहले भारतीय टीम के प्लेइंग इलेवन को लेकर कई कयास लगाए जा रहे थे लेकिन कप्तान कोहली ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में आ कर इस बात के संकेत दे दिए कि भारतीय टीम उनकी कप्तानी में पहली बार बिना किसी बदलाव के मैदान पर उतरेगी.
बदलाव की थोड़ी बहुत संभावना अगर कहीं दिख रही थी तो वो थी स्पिनर को लेकर क्योंकि आर अश्विन तीसरे टेस्ट के दौरान ग्रोइन इंज्री से परेशान थे लेकिन 8 दिन के गैप के बाद अब वो फिट हैं और गेंदबाजी के साथ बल्लेबाजी का भी जमकर अभ्यास किया.
मैच से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस के लिए आए कप्तान कोहली ने कहा कि उन्हें बदलाव की कोई बात नहीं दिख रही है. आपको बता दें कि 2014 में भारत ने इसी मैदान से हर बार टेस्ट में प्लेइंग इलेवन में बदलाव की परंपरा शुरू की. उसके बाद से भारत ने अब तक 45 टेस्ट खेले हैं जिनमें कोहली ने 38 मुकाबलों में टेस्ट की कप्तानी की.
बदलाव की बात पर उन्होंने कहा, ‘‘हमेशा लगातार बदलाव नहीं किए गए. इस दौरान कुछ चोटें भी होती थीं जिनके बारे में बात नहीं की गयी. यह दोनों का मिश्रण रहता था. अब परिस्थितियों को देखते हुए हमें कुछ भी बदलने की जरूरत महसूस नहीं हो रही. ’’
भारतीय टीम 0-2 से पिछड़ने के बाद नॉटिघंम में तीसरे टेस्ट में 203 रन की जीत से पांच टेस्ट मैचों की सीरीज में वापसी करने में सफल रही. कोहली ने अपनी टीम से कड़ी मेहनत जारी रखते हुए इसी लय को चौथे टेस्ट में बनाये रखने की बात कही.
भारत के 2014 इंग्लैंड दौरे को याद करते हुए कोहली ने कहा, ‘‘हमारे पास शायद शुरू में मिली बढ़त (लॉर्ड्स पर 1-0 की जीत के बाद) का फायदा उठाने का अनुभव नहीं था. चार साल बाद मुझे यही लगता है.’’
उन्होंने कहा, ‘‘इस समय हम समझते हैं कि हम बहुत ही अच्छी स्थिति में हैं क्योंकि हमने सीरीज में सही समय पर लय हासिल की. 0-2 से पिछड़ने के बाद ऐसा खेल दिखाना शानदार है क्योंकि हर किसी ने सोचा होगा कि हमारे खिलाफ क्लीन स्वीप होगा या हमें रौंद दिया जायेगा.’’
इस मैदान पर तीसरे टेस्ट की मेजबानी होगी और इंग्लैंड ने यहां भारत के खिलाफ 2014 में 266 रन से जीत दर्ज की थी.
कोहली ने अपनी टीम से इस जीत की लय को जारी रखकर इसका फायदा उठाने की बात कही.
उन्होंने कहा, ‘‘क्रिकेटर के तौर पर हम समझ जाते हैं कि कब टेस्ट मैच आपकी पकड़ से दूर जा रहा होता है और हम इसे महसूस करने के बारे में भी बात करते हैं ताकि सुनिश्चित कर सकें कि हम उन अहम क्षणों का फायदा उठायें जैसा हमने नाटिंघम में किया था. ’’
कोहली ने कहा, ‘‘लेकिन हमें यह भी समझना होगा कि हमें अपने लक्ष्य (सीरीज जीतना) को हासिल करने के लिये हमें दोगुना ज्यादा बेहतर करना होगा. हमें सिर्फ एक जीत से संतुष्ट नहीं होना होगा क्योंकि अगर नॉटिघंम में जीत कड़ी मेहनत का नतीजा थी तो यह और भी ज्यादा कड़ा होगा.’’
उन्होंने कहा, ‘‘इंग्लैंड की टीम भी मजबूती से वापसी करना चाहेगी. हम समझते हैं कि हमें नॉटिघंम से ज्यादा बेहतर करना होगा ताकि हम नतीजा अपने हिसाब से हासिल कर सकें.’’
इस चौथे टेस्ट के लिए हरी पिच तैयार की गयी है जिसे भारतीय तेज गेंदबाजों के मजबूत पक्ष के मुफीद होना चाहिए.
हालांकि कोहली ने तेज गेंदबाजी आक्रमण की संभावना खारिज कर दी. उन्होंने कहा, ‘‘अगर जोहानिसबर्ग जैसी पिच हो तो आपको सभी तेज गेंदबाज उतारने से गुरेज नहीं होता. लेकिन मुझे नहीं लगता कि यह पिच जोहानिसबर्ग की पिच के करीब है. इसलिये मुझे शक है कि सभी तेज गेंदबाजों को खिलाना सही विकल्प होगा.’’
मुकाबले से पहले इंग्लैंड ने अपने प्लेइंग इलेवन की घोषणा कर दी थी.