भारत में कोरोना वायरस की दूसरी लहर के कारण इंडियन प्रीमियर लीग के 14वें एडिशन को बीच में ही रोकना पड़ा. दरअसल, टूर्नामेंट के दौरान कुछ खिलाड़ी कोरोना पॉज़िटिव पाए गए थे, जिसके बाद बीसीसीआई ने इसे अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया. हालांकि, भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) आईपीएल 2021 का पूरा करने के प्रयास में जुटा हुआ है. हाल ही में खबर आई थी कि बीसीसीआई ने आईपीएल 2021 के बाकी मैचों के आयोजन के लिए इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड से भारत और इंग्लैंड के बीच खेली जाने वाली सीरीज़ एक हफ्ता आगे बढ़ाने की अपील की है. लेकिन माना जा रहा है कि इंग्लैंड बोर्ड बीसीसीआई की इस अपील को नहीं मानेगा.
दरअसल, 21 जुलाई से इंग्लैंड में 100 गेंदो वाला टूर्नामेंट यानी 'द हंड्रेड' होना है. ऐसे में इंग्लैंड बोर्ड आईपीएल 2021 के बचे हुए मैचों के लिए भारतीय क्रिकेट बोर्ड के भारत और इंग्लैंड के बीच होने वाली टेस्ट सीरीज को आगे बढ़ाने के अनुरोध को शायद स्वीकार नहीं करना चाहेगा. ईसीबी चाहता है कि इस टूर्नामेंट में इंग्लैंड के सभी खिलाड़ी उपलब्ध रहें. क्योंकि इसमें पहले से ही ऑस्ट्रेलिया, पाकिस्तान और वेस्टइंडीज के स्टार खिलाड़ी हिस्सा नहीं ले रहे हैं.
ऐसी चर्चा थी कि बीसीसीआई ने ईसीबी से कहा है कि वह टेस्ट सीरीज को 14 सितंबर से पहले तक खत्म कर ले, जिससे आईपीएल 2021 के बाकी 31 मैचों को कराया जा सके. हालांकि, ईसीबी ने शुक्रवार को साफ किया कि अभी उसे बीसीसीआई से टेस्ट सीरीज को आगे बढ़ाने का कोई अनुरोध नहीं मिला है.
रिपोर्ट के मुताबिक, कोरोना के कारण स्थगित किए गए आईपीएल 2021 के सीजन को संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में कराया जा सकता है. हालांकि, ईसीबी भारतीय बोर्ड के साथ अपने रिश्ते खराब नहीं करना चाहता. लेकिन इंग्लिश बोर्ड चाहता है कि द हंड्रेड में जोस बटलर, जॉनी बेयरस्टो और सैम कर्रन जैसे खिलाड़ी उपलब्ध रहें.
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन ने कहा, "बीसीसीआई का अनुरोध ईसीबी को दुविधा में डाल सकता है. वह पावरफुल बोर्ड के साथ अपने रिश्ते खराब नहीं करना चाहता और आईपीएल को कराने के लिए हर संभव मदद करना चाहेगा."
वहीं एथर्टन ने कहा, "कोई भी फैसला अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को प्रभावित कर सकता है. ऐसी उम्मीद है कि इंग्लैंड के खिलाड़ी द हंड्रेड में खेलेंगे. एक अन्य परेशानी यह भी है कि पांचवें टेस्ट के पहले तीन दिन की टिकट बिक चुकी हैं. अगर सीरीज को आगे बढ़ाया जाता है तो इससे लॉजिस्टिक परेशानी खड़ी होगी."
इस बीच, अंतरराष्ट्रीय प्रतिबद्धता के कारण विदेशी खिलाड़ियों के द हंड्रेड में शामिल नहीं होने से ईसीबी को इंग्लिश खिलाड़ियों को टूर्नामेंट में लेना होगा और वह इस कारण टेस्ट सीरीज आगे बढ़ाने के अनुरोध को स्वीकार करने की स्थिति में नहीं होगा.