आईपीएल में रूट - एशेज सीरीज 4-0 के हारने के बाद इंग्लैंड के कप्तान जोए रूट ने खुद को लेकर एक बड़ा फैसला किया, इसके तहत वो ऑस्ट्रेलिया में होने वाली ट्राई सीरीज टी 20 लीग में खेलते नजर आएंगे. रूट के इस फैसले के बाद अब संभावानाएं बढ़ गई हैं कि वो इंडियन प्रीमियर लीग के 11वें सीजन में खेलते नजर आएं. हालाकि अभी तक इस बात को लेकर किसी तरह की पुष्टि रूट की तरफ से नहीं की गई है.


टेस्ट क्रिकेट में खुद को स्थापित करने के लिए रूट ने आईपीएल के साथ-साथ टी 20 क्रिकेट से लगभग दूरी सी बना ली है. लेकिन अब रूट चाहते हैं कि वो तीनों फॉर्मेट में खेलें. बढ़ती लोकप्रियता के कारण आईसीसी ने भी आईपीएल का लोहा माना है और इसे देखते हुए इस दौरान किसी भी अंतरराष्ट्रीय मुकाबले की संभावना कम ही नजर आती है ऐसे में रूट आईपीएल में भी अपनी बल्लेबाजी का कमाल दिखाना चाहेंगे.


रूट की गिनती वर्तमान क्रिकेट के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में होती है एक तरफ जहां इस वक्त के तीन सबसे बड़े बल्लेबाज- विराट कोहली, स्टीव स्मिथ और केन विलियमसन लगातार आईपीएल में खेलते दिखें हैं वहीं रूट ने खुद को अलग ही रखा. ऐसे में रूट अगर खुद को 27-28 जनवरी को होने वाले ऑक्शन में शामिल होते हैं तो यकीनन हर फ्रेंचाइजी उनके पीछे होगी.


एक तरफ रूट जहां आईपीएल के लिए मन बना रहे हैं वहीं इंग्लैंड क्रिकेट टीम के कोच ट्रेवल बेलिस चाहते हैं कि टेस्ट कप्तान इससे दूर रहे और आगे आने वाले होम सीरीज के लिए खुद को तैयार करे.


27 साल के रूट के टी 20 ट्राई सीरीज में खेलने के फैसले को लेकर उनका कहना है कि रूट ट्राई सीरीज खेलकर खुद को क्रिकेट के टी-20 फॉर्मेट में भी बेहतर करना चाहते हैं. बेलिस ने कहा, ‘मैंने रूट को सलाह दी थी कि वह ट्राई सीरीज ना खेलकर उस दौरान आराम करें. रूट को महसूस हुआ कि उसने उसी दौरान ब्रेक लिया जब टी-20 सीरीज होती है. वह टी-20 वर्ल्ड कप और वनडे वर्ल्ड कप दोनों में खेलना चाहते हैं. उन्हें ऐसा लगा कि अगर वह लगातार ही टी-20 सीरीज छोड़ते जाएंगे तो पीछे छूट जाएंगे. इसलिए उन्होंने ट्राई सीरीज में खेलने का फैसला किया.’