IND Vs ENG: ब्रैंडम मैकुलम की गलती पड़ रही इंग्लैंड को भारी, इन तीन कारणों से बैजबॉल पड़ा फ्लॉप
इंग्लैंड ने सीरीज का पहला टेस्ट जीतकर जोरदार शुरुआत की थी. लेकिन इसके बाद इंग्लैंड के उलटे दिन शुरू हो गए.
इग्लैंड 5 मैचो की सीरीज खेलने के लिए भारतीय सरजमीं पर उतरी थी. इस बार भी इंग्लिश खिलाड़ी बैजबॉल क्रिकेट का जलवा भारतीय पिचों पर दिखाना चाहते थे. हालांकि उनकी यह रणनीति उन्हीं पर ही गलत पड़ गई. रोहित शर्मा एंड कम्पनी के सामने बेन स्टोक्स एंड कम्पनी एक दम विफल नजर आई और 4 मैच में से 3 मैच गवांकर सीरीज हार चुकी है. लेकिन क्या आप जानते है किन कारणों से बैजबॉल भारत में असफल रहा और किन वजह से इंग्लैंड के बल्लेबाज अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पा रहे है. तो चलिए जानते है.
पहला मैच जीत कर घमंड में आई मेहमान टीम
इस सीरीज की शुरुआत हैदराबाद के राजीव गांधी इंटनेशनल स्टेडियम से हुई थी. जहां भारत पहली पारी में मजबूत स्कोर खड़ा करने के बाद भी 28 रनों से हार गई थी. किसी भी भारतीय फैंस को यकीन नहीं हुआ था कि भारत इस मुकाबले को हार सकती है. हालांकि, इस मुकाबले की दूसरी पारी में भारतीय बल्लेबाजों ने खराब बल्लेबाजी की और इंग्लिश खिलाड़ियों ने कमाल की गेंदबाजी कर मैच में वापसी की थी. इस मैच को जीतने के बाद इंग्लिश टीम के सितारें बुलंदियों पर थे. लेकिन, कप्तान रोहित को यह मंजूर नहीं था कि कोई उन्हें उन्ही के घर में इस तरह हराए. टीम इंडिया ने बाकी के बचे मुकाबलों में शानदार वापसी की और इंग्लैड की टीम लगातार तीन मुकाबले हार गई. पहले मैच को जीतने के बाद इंग्लैंड टीम घमंड में इतना चूर हो गई कि वह अपने आगे किसी को कुछ समझते ही नहीं थे. इसका खामियाजा उन्हें बाद में चुकाना पड़ा.
हार के बाद भी नहीं किया खेलने के अंदाज में बदलाव
इंग्लैंड लगातार दूसरा मुकाबला हार चुकी थी. वहीं चौथे और रांची में नाक बचाने के लिए इंग्लैंड की टीम मैदान पर उतरी थी. हर किसी को यही लग रहा था कि इंग्लैंड रांची में अपने बैजबॉल को छोड़कर साधारण क्रिकेट खेलेंगी. लेकिन, ऐसा नहीं हुआ. इस मुकाबले में जो रूट के शतक को छोड़ दे तो कोई भी खिलाड़ी कुछ खास कमाल नहीं कर पाया. वहीं गेंदबाजों ने पहली पारी में अच्छा खेल दिखाया. लेकिन, जुरेल की 90 रनों की पारी के आग वह भी बेबस नजर आए और मुकाबले को 5 विकेट से हार गए.
मध्यक्रम रहा बुरी तरह से फैल
इंग्लैंड टीम की जान उसका मध्यक्रम है. इस टीम का कोई भी बल्लेबाज बीच के ओवरों में आकर टीम को मजबूत स्कोर तक नहीं पहुंचा सका. पहले मुकाबले में ऑली पोप ने जरूर कमाल की बल्लेबाजी की. लेकिन, वह भी अगले मुकाबलों में कुछ खास खेल नहीं दिखा सके. वहीं जो रूट का चौथे मुकाबले में शतक छोड़ दे तो वह भी फ्लॉप रहे. इसके अलावा, बेन स्टोक्स, बेन फोक्स, डकैत और क्राउली लगातार अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सके. जिस वजह से बैजबॉल भारत की सरजमी पर बुरी तरह से फ्लॉप साबित हुआ. वहीं भारतीय स्पिनर्स के आगे इंग्लैंड की हर रणनीति एक दम बैकफुट पर नजर आई.