ENGvsPAK: टेस्ट क्रिकेट में सोहेल की धमाकेदार वापसी
ENGvsPAK: टेस्ट क्रिकेट में सोहेल की धमाकेदार वापसी
बर्मिंघम: लगभग पांच साल बाद अपना पहला टेस्ट मैच खेल रहे सोहेल खान ने वापसी पर बेहतरीन गेंदबाजी का नजारा पेश करते हुए इंग्लैंड के चोटी के चार बल्लेबाजों को पवेलियन की राह दिखा कर टीम की शानदार वापसी कराई है.
इंग्लैंड ने पहले दिन टी तक पांच विकेट पर 184 रन बनाये हैं. गैरी बैलेन्स 49 और मोईन अली 15 रन पर खेल रहे थे. तेज गेंदबाज सोहेल ने अब तक 61 रन देकर चार विकेट लिये हैं जबकि राहत अली ने 47 रन देकर एक विकेट लिया है. सोहेल ने पहले सेशन में सलामी बल्लेबाज एलेक्स हेल्स (17) और बेहतरीन फॉर्म में चल रहे स्टार बल्लेबाज जो रूट (तीन) को आउट किया और लंच के बाद भी अच्छी गेंदबाजी जारी रखकर जेम्स विन्स (39) और जोनी बेयरस्टॉ (12) को पवेलियन भेजा. इस बीच राहत अली ने कप्तान एलिस्टयेर कुक को पगबाधा आउट करके इंग्लैंड को करारा झटका दिया. कुक ने 45 रन की बेहतरीन पारी खेली.
तेज गेंदबाज सोहेल 2011 के बाद अपना पहला टेस्ट मैच खेल रहे हैं. उन्हें वहाब रियाज के स्थान पर अपना तीसरा टेस्ट खेलने का मौका दिया गया. पाकिस्तान ने सलामी बल्लेबाज शान मसूद को भी बाहर करके उनकी जगह समी असलम को टीम में रखा है.
पाकिस्तानी कप्तान मिसबाह उल हक ने टॉस जीतकर इंग्लैंड को पहले बल्लेबाजी के लिये आमंत्रित किया और उनका यह फैसला सही रहा. हेल्स ने सोहेल की गुडलेंथ गेंद को कट करने का प्रयास किया लेकिन वह बल्ले का किनारा लेकर विकेटकीपर सरफराज अहमद के दस्तानों में समा गयी. इंग्लैंड का स्कोर जल्द ही एक विकेट पर 36 रन से दो विकेट पर 48 रन हो गया. ओल्ड ट्रैफर्ड में 254 रन की पारी खेलकर इंग्लैंड की बड़ी जीत के नायक रहे रूट ने सोहेल की गेंद पर अपना पसंदीदा बैकफुट शॉट खेलने की कोशिश में स्लिप में खड़े मोहम्मद हफीज को कैच थमाया.
विन्स और बैलेन्स ने कुछ देर तक विकेट गिरने का क्रम रोका लेकिन सोहेल ने फिर से पाकिस्तान को महत्वपूर्ण सफलता दिलायी. उनकी गेंद विन्स के बल्ले का किनारा लेकर स्लिप में गयी जहां यूनिस खान ने नीचे रहता हुआ कैच लिया. वह हालांकि कैच को लेकर पूरी आश्वस्त नहीं थे लेकिन तीसरे अंपायर ने फैसला दिया कि उन्होंने सही तरह से कैच लिया है. सोहेल ने इसके बाद बेयरस्टॉ को विकेट के पीछे कैच कराया जो अतिरिक्त उछाल लेती गेंद को नहीं समझ पाये और वह उनके बल्ले को चूमती हुई सरफराज के दस्तानों में चली गयी.